बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) के के शर्मा ने बताया, 'हमने पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 2,000 किलोमीटर की लम्बाई में फैले ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं.'
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इंदौर: सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार को कहा कि वह पाकिस्तान और बांग्लादेश की सरहदों से सटे कुल 2,000 किलोमीटर लम्बे क्षेत्र की अत्याधुनिक तकनीकों से निगहबानी की अहम योजना पर काम कर रहा है.
बीएसएफ के महानिदेशक (डीजी) के के शर्मा ने बताया, 'हमने पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं के पास कुल मिलाकर लगभग 2,000 किलोमीटर की लम्बाई में फैले ऐसे क्षेत्रों की पहचान की है जो सुरक्षा की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं.'
'योजना का सिलसिलेवार तरीके से विस्तार करेंगे'
उन्होंने कहा,'समय आने पर हम इन क्षेत्रों में अपनी उस योजना का सिलसिलेवार तरीके से विस्तार करेंगे जो अत्याधुनिक तकनीकों और उपकरणों के जरिये भारतीय सरहदों की निगहबानी से जुड़ी है .' उन्होंने कहा, 'हो सकता है कि हम आने वाले समय में पाकिस्तान सीमा से लगे क्षेत्रों में इस योजना को अमली जामा पहनाने को अपेक्षाकृत ज्यादा तवज्जो दें.'
शर्मा ने बताया कि सीमाओं की सुरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने की इस योजना के तहत बीएसएफ ने जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तान सीमा से सटे दो स्थानों पर 5.5-5.5 किलोमीटर के दो खंडों में निगहबानी का विशेष तंत्र विकसित किया है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह 17 सितंबर को इसका औपचारिक उद्घाटन करेंगे.
'फौरन मिल जाएगी सूचना'
उन्होंने बताया, 'सीमा पर किसी भी अवांछित या असामान्य हरकत की स्थिति में हमें इस तंत्र की मदद से फौरन सूचना मिल जाएगी और जरूरत पड़ने पर हम फटाफट प्रतिक्रिया दे सकेंगे.'
शर्मा ने कहा, 'गर्मी, सर्दी, बर्फबारी और बरसात के प्रतिकूल मौसमी हालात में भी सरहदों की 24 घंटे रक्षा करने वाले बीएसएफ जवानों को इस तंत्र से काफी मदद मिलेगी.'
(फाइल फोटो)