IIIT एंट्रेंस की तैयार करने वालों को केंद्र का तोहफा, कर्नाटक के युवा लंबे समय से कर रहे थे डिमांड
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IIIT एंट्रेंस की तैयार करने वालों को केंद्र का तोहफा, कर्नाटक के युवा लंबे समय से कर रहे थे डिमांड

कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने युवाओं को ध्यान में रखकर बड़ा फैसला लिया है. केंद्र ने कर्नाटक के रायचूर में दूसरे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के गठन को मंजूरी दे दी.

मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिये बीजेपी प्रभारी हैं.

बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने युवाओं को ध्यान में रखकर बड़ा फैसला लिया है. केंद्र ने कर्नाटक के रायचूर में दूसरे भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईआईटी) के गठन को मंजूरी दे दी. चालू शैक्षणिक वर्ष में इसके परिचालन में आ जाने की संभावना है. मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि नये संस्थान के लिये जरूरी आबंटन 2018 के बजट में किया जाएगा. जावड़ेकर कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिये बीजेपी प्रभारी हैं. चुनाव मार्च-अप्रैल में होने हैं. राज्य में यह इस तरह का दूसरा संस्थान होगा. पहला धारवाड़ में है. प्रस्तावित आईआईआईटी के निर्माण के लिये भूमि का पता लगने तक राज्य सरकार से संस्थान का 2018-19 का शैक्षणिक सत्र शुरू करने के वास्ते वैकल्पिक सुविधा उपलब्ध कराने को कहा गया है. मालूम हो कि उत्तर प्रदेश में पहले से ही आईआईटी के दो संस्थान हैं, पहला कानपुर और दूसरा वाराणसी में.

  1. कर्नाटक के रायचूर में दूसरा आईआईआईटी के गठन को मंजूरी
  2. नये संस्थान के लिये जरूरी आबंटन 2018 के बजट में किया जाएगा
  3. संस्थान का 2018-19 का शैक्षणिक सत्र शुरू करने की तैयारी

आईआईआईटी-दिल्ली आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में शुरू करेगा एमटेक पाठ्यक्रम
इंद्रप्रस्थ सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान-दिल्ली इस वर्ष जुलाई में शुरू हो रहे नये सत्र से ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' में विशेषज्ञता का एम.टेक पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है. राष्ट्रीय राजधानी में यह पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने वाला पहला संस्थान होगा. आईआईआईटी-दिल्ली के ‘इन्फोसिस सेंटर फोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' के प्रमुख मयंक वत्स ने बताया, ‘‘यह पाठ्यक्रम अनुसंधान-उन्मुख होगा और ‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस' और ‘मशीन लर्निंग' के आाधारभूत चीजों और विकास पर केंद्रित होगा.'' 

वत्स ने बताया कि ऐसा दिल्ली में पहली बार होगा. यह पाठ्यक्रम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग (एमएल) तकनीकों का उपयोग करके नवाचार और समस्या सुलझाने वाले उद्योग कैरियर के लिए स्नातक तैयार करेगा. इस पाठ्यक्रम चार सेमेस्टर का होगा और इसमें 20 छात्र शामिल होंगे. 

वत्स ने बताया, ‘‘इस पाठ्यक्रम के बाद, छात्र, वास्तविक समस्याओं को हल करने के लिए मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीकों लागू करने वाली मान्य पैटर्न को लागू कर ‘एआई एप्लिकेशंस' से संबंधित समस्याओं को पहचान और विश्लेषण करने में सक्षम हो सकेंगे. आईआईआईटी-दिल्ली में इस पाठ्यक्रम को दिल्ली सरकार आईआईआईटी-दिल्ली अधिनियम, 2007 के तहत शुरू करने जा रही है. इस संस्थान का चांसलर दिल्ली के उपराज्यपाल होते हैं. 
इनपुट: भाषा

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