इन 10 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले, सरकार ने कहा- राज्य लगाएं पाबंदी
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इन 10 जिलों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले, सरकार ने कहा- राज्य लगाएं पाबंदी

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 28,000 से ज्यादा नए मामले आए हैं.  इसके बाद पंजाब में 2,254 और कर्नाटक में 2,010 संक्रमित मिले.

फोटो साभार : PTI

नई दिल्ली: देश में कोरोना (Coronavirus) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि महाराष्ट्र (Maharashtra), पंजाब (Punjab), कर्नाटक (Karnataka), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) और गुजरात (Gujarat) में कोविड-19 के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. संक्रमण के कुल नए मामलों में इन राज्यों की हिस्सेदारी 77.44 प्रतिशत है. बीते 24 घंटों के दौरान देश में संक्रमण के कुल 47,262 नए मामले सामने आए हैं.

इन दो राज्यों ने बढ़ाई सरकार की चिंता

दो राज्य महाराष्ट्र और पंजाब सरकार के लिए गंभीर चिंता का विषय बन गए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 28,000 से ज्यादा नए मामले आए हैं.  इसके बाद पंजाब में 2,254 और कर्नाटक में 2,010 संक्रमित मिले.

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इन 10 जिलों में सबसे ज्यादा मामले 

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस के सक्रिय मामले 10 जिलों में केंद्रित हैं. जिन 10 जिलों में सक्रिय मामले केंद्रित हैं उनमें से 9 जिले महाराष्ट्र और एक जिला कर्नाटक का है. ये जिले हैं- पुणे, नागपुर, मुंबई, ठाणे, नासिक, औरंगाबाद, बेंगलुरु अर्बन, नांदेड, जलगांव और अकोला. 

त्योहारों पर स्थानीय प्रतिबंध लगाए जाएं: केंद्र

केंद्र सरकार ने बुधवार को राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी कि वे आगामी त्योहारों जैसे होली, शब-ए-बारात और ईस्टर के दौरान स्थानीय प्रतिबंध लगाने पर विचार करें. इन त्योहारों के मौके पर लोगों की भीड़ के जुटने को सीमित करें या प्रतिबंधित करें. एक पत्र में, स्वास्थ्य मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव आरती आहूजा ने कहा कि हाल के दिनों में कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में बढ़ते मामलों और मौतों की संख्या ने चिंता बढ़ा दी है. 

अब तक इतने लोगों को दी गई वैक्सीन

मंत्रालय ने कहा कि बुधवार सुबह सात बजे तक की रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल  8,23,046 सत्रों के जरिए 50841286 लोगों को कोरोना वैक्सीन दी जा चुकी है. इनमें 79,17,521 स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों को पहली खुराक, 50,20,695 स्वास्थ्य कर्मियों को दूसरी खुराक, 83,62,065 फ्रंटलाइन वॉरियर्स को पहली खुराक और 30,88,639 को दूसरी खुराक दी जा चुकी है. मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 45 साल से ज्यादा उम्र के विशिष्ट बीमारियों से ग्रस्त 47,01,894 लोगों को पहली खुराक दी जा चुकी है जबकि 60 साल से ज्यादा उम्र वाले 2,17,50,472 लोगों को भी पहली खुराक दी गई. 

45 साल के ऊपर के लोग लगवा सकेंगे वैक्सीन

इस बीच सरकार ने कहा है कि 1 अप्रैल से 45 साल के ऊपर के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी. ये फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि देश में कोरोना वायरस की कुल मौतों की 88 प्रतिशत मौतें 45 वर्ष और उससे ​अधिक उम्र के लोगों की हैं. ये एज ग्रुप वलनिरेबल है, ऐसे में वैज्ञनिकों से मिली जानकारी के आधार पर यह निर्णय लिया गया है.

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