नगर निगम चुनाव : 26 महीने में ही 26 प्रतिशत वोटरों का आप से हुआ मोहभंग, कांग्रेस को 11% का फायदा
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नगर निगम चुनाव : 26 महीने में ही 26 प्रतिशत वोटरों का आप से हुआ मोहभंग, कांग्रेस को 11% का फायदा

नगर निगम चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाली कांग्रेस को साल 2015 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 11 प्रतिशत ज्यादा वोट मिले हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) का वोट प्रतिशत विधानसभा चुनाव के मुकाबले आधा रह गया है.

आम आदमी पार्टी को विधानसभा चुनाव में 54.3 प्रतिशत वोट मिले थे.

नयी दिल्ली : नगर निगम चुनाव में तीसरे स्थान पर रहने वाली कांग्रेस को साल 2015 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस चुनाव में 11 प्रतिशत ज्यादा वोट मिले हैं. वहीं, आम आदमी पार्टी (आप) का वोट प्रतिशत विधानसभा चुनाव के मुकाबले आधा रह गया है.

नगर निगम चुनाव में 272 सीटों में से 181 सीट जीतने वाली भाजपा का वोट प्रतिशत पांच फीसदी तक बढ़ा है. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी को मिले वोट का प्रतिशत 32.2 था.

विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रतिशत 9.7 प्रतिशत था. वहीं, एमसीडी चुनाव में यह प्रतिशत बढ़कर 21.28 हो गया है.

आम आदमी पार्टी का वोट प्रतिशत विधानसभा चुनाव के मुकाबले 26 प्रतिशत कम हुआ है. पार्टी को विधानसभा चुनाव में 54.3 प्रतिशत वोट मिले थे.

एमसीडी चुनाव का परिणाम यह दिखाता है कि लोगों ने आप सरकार के विरोध में वोट दिया है. वहीं, जनता ने 10 वर्षों से एमसीडी में सत्तारूढ़ भाजपा के समर्थन में वोट दिया है.

भाजपा को मिली जीत
दिल्ली नगर निगम के बुधवार (26 अप्रैल) को आए नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रचंड जीत दर्ज की. भाजपा ने लगातार तीसरी बार एमसीडी में अपना कब्जा बरकरार रखा. जबकि दिल्ली की सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका लगा. आप दूसरे स्थान और कांग्रेस तीसरे स्थान पर रहीं. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने नगर निगम में जीत पर भाजपा को बधाई दी और कहा कि वह दिल्ली के विकास के लिए एमसीडी के साथ मिलकर काम करना चाहेंगे. वहीं, कांग्रेस की हार का नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अजय माकन ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया. 

भाजपा को 181 सीटें
तीन निगमों के 270 वार्डों के लिये राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा घोषित चुनाव परिणाम में भाजपा ने 181 वार्डों में जीत दर्ज की है. वहीं, आप को 48 और कांग्रेस को 30 सीटों से ही संतोष करना पड़ा. गत 23 अप्रैल को तीनों निगमों के कुल 272 वार्डों में से 270 वार्ड पर मतदान हुआ था. दो वार्ड में उम्मीदवारों के निधन के कारण मतदान स्थगित कर दिया गया है. आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दक्षिणी निगम की 103 सीटों पर हुये चुनाव में भाजपा को 70, आप को 16 और कांग्रेस को 12 सीट हासिल हुई हैं जबकि पूर्वी निगम की 63 सीटों पर हुये चुनाव में भाजपा को 47, आप को 11 और कांग्रेस की झोली में सिर्फ तीन सीट गयी हैं. वहीं उत्तरी निगम की 104 सीटों में भाजपा को 64, आप को 21 और कांग्रेस को 15 सीट पर कामयाबी मिली है.

2012 में भाजपा की 138 वार्डों में जीत
भाजपा को साल 2012 में हुये पिछले निगम चुनाव में 138 वार्डों में जीत मिली थी जबकि कांग्रेस की झोली में 70 सीटें गई थीं. अब चुनाव परिणाम के आधार पर आप दूसरे स्थान पर और कांग्रेस तीसरे पायदान पर खिसक गयी है.

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