बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर: जेएल नेहरू स्टेडियम से अब सिर्फ 5 मिनट में पहुंचे AIIMS
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बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर: जेएल नेहरू स्टेडियम से अब सिर्फ 5 मिनट में पहुंचे AIIMS

दिल्ली के बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-2 के उद्घाटन होने के बाद आम लोगों के लिए खोल दिया गया है

फाईल फोटो

नई दिल्ली: दिल्ली के बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-2 के उद्घाटन होने के बाद इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को इसका उद्घाटन किया. अब इसके शुरू हो जाने से जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम से लेकर एम्स तक भी लोग सिग्नल फ्री यात्रा कर सकेंगे. दरअसल, पहले से बने सराय काले खां से लेकर जेएल नेहरू स्टेडियम तक के हिस्से को मिला लें तो सरायकाले खां से एम्स तक लोगों को जाम नहीं मिलेगा. बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-2 जेएल नेहरू स्टेडियम से शुरू होकर आइएनए मार्केट स्थित अरविंदो मार्ग तक जाता है. इसकी लंबाई 2038 मीटर है, कॉरिडोर छह लेन का है. इस कॉरिडोर का ज़ी मीडिया संवाददाता सुमित कुमार ने जायजा लिया और पता लगाने की कोशिश की कि इससे समय की कितनी बचत होगी. ज़ी मीडिया संवाददाता ने अपनी कार से जेएल नेहरू स्टेडियम से एम्स तक की करीब 3 किलोमीटर की दूरी सिर्फ़ 4 मिनट 39 सेकेंड में तय की. ऐसे में हमने पाया कि इस कॉरिडोर के बनने से लोगों को करीब 20 से 30 मिनट की बचत होगी. वहीं इस कॉरिडोर को बनाने वाली कंपनी के एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर ने ज़ी मीडिया को बताया कि इससे समय की काफी बचत होगी और नोएडा से एयरपोर्ट जाने वाले लोगों के लिए राहत होगी.

सिग्नल फ्री और प्रदूषण कम करेगा ये कॉरिडोर
इस सिग्नल फ्री कॉरिडोर के शुरू हो जाने से पर्यावरण के लिहाज से भी बहुत लाभ मिलेगा. जाम मुक्त यातायात मिलने से कम से कम साढ़े दस टन कार्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन प्रतिदिन रोका जा सकेगा. इतनी बड़ी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड को सोखने के लिए पौने दो लाख पेड़ों की आवश्यकता होती है. इस कॉरिडोर को रिंग रोड से भी मिलाया गया है. एयरपोर्ट की ओर से आने वाले लोग यमुनापार या नोएडा जाने के लिए इन सिग्नल फ्री कॉरिडोर का उपयोग कर सकेंगे. इसमें दो लूप बनाए गए हैं. इसके शुरू होने पर एम्स से लेकर सराय काले खां तक कोई लालबत्ती नहीं होगी. इस परियोजना के तहत जेएल नेहरू स्टेडियम से सराय काले खां बस अड्डे तक पहले से ही यातायात सिग्नल फ्री है. पहले फेज में वर्ष 2010 में सराय काले खा से लेकर जेएल नेहरू स्टेडियम के बीच बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर बना हुआ है. 

2013 में शीला दीक्षित ने किया था शिलान्यास
इसका शिलान्यास फरवरी 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने किया था. परियोजना पूरी होने में पांच साल लग गए. इसके लिए 530 करोड़ रुपये की अनुमानित धनराशि निर्धारित की गई थी. इतनी ही धनराशि में यह योजना पूरा हो गई. इसके शुरू हो जाने से वाहन चालकों के सराय काले खां से लेकर एम्स तक आने-जाने में खर्च होने वाले 20 मिनट बचेंगे. लोगों के बचने वाले समय, कारों के ईधन और कार्बन डाई ऑक्साइड के उत्सर्जन को रोकने के लाभ को लगा लें तो 160 करोड़ रुपये के बराबर प्रति साल बचत होगी. 

2015 में ही कॉरिडोर का पूरा होना था काम
इस प्रॉजेक्ट की डेडलाइन फरवरी 2015 थी, लेकिन कुछ अड़चनों के चलते काम पूरा होने में देरी हुई. पहले, बारिश के दौरान नाला ओवरफ्लो होने से पिलर्स खड़े करने में देरी हुई. फिर, आईएनए की तरफ एलिवेटेड रोड के लूप्स के डिजाइन को लेकर भी पर्यावरण संबंधी आपत्तियां आईं. सेवा नगर रेलवे क्रॉसिंग के ऊपर के हिस्से पर कंस्ट्रक्शन करने के लिए नॉर्दर्न रेलवे के साथ भी कुछ इश्यू चल रहे थे. 

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