रेवाड़ी गैंगरेप: लड़की की बिगड़ती हालत देख घबरा गए थे दुष्कर्मी, इलाज के लिए बुलाया था डॉक्टर
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रेवाड़ी गैंगरेप: लड़की की बिगड़ती हालत देख घबरा गए थे दुष्कर्मी, इलाज के लिए बुलाया था डॉक्टर

हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में एक लड़की से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों की पहचान कर ली है

कनीना बस अड्डे से लड़की का कथित तौर पर उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वह कोचिंग सेंटर से घर लौट रही थी

चंडीगढ़/नयी दिल्ली: हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में एक लड़की से दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों की पहचान कर ली है. सामूहिक दुष्कर्म के आरोपी एक सैन्यकर्मी और दो अन्य फिलहाल फरार हैं. पुलिस ने तीनों मुख्य आरोपियों की तस्वीरें भी जारी की हैं. केस की जांच में जुटी एसआईटी पहले ही आरोपियों से जुड़ा सुराग देने वाले को 1 लाख रुपये इनाम देने का ऐलान कर चुकी है. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर में इस सनसनीखेज वारदात से जुड़ा एक अहम खुलासा किया गया है. खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि जिन लोगों ने 19 साल की उस लड़की को अगवा किया था उन्होंने उसकी तबियत बिगड़ने पर एक डॉक्टर को बुलाकर उसकी इलाज कराने की भी कोशिश की थी. गौरतलब है कि कनीना बस अड्डे से लड़की का कथित तौर पर उस समय अपहरण कर लिया गया था जब वह कोचिंग सेंटर से घर लौट रही थी.

  1. तबियत बिगड़ने पर एक डॉक्टर को बुलाकर की गई थी लड़की के इलाज की कोशिश
  2. लड़की की बिगड़ती हालात से घबरा गए थे दुष्कर्मी इसलिए छोड़ने पर हुए मजबूर
  3. लगभग आठ घंटों तक लड़की के साथ हिंसक यौन दुर्व्यवहार किया गया था

डॉक्टर पहुंचा तो बहुत ही खराब थी लड़की की हालत
खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि लड़की को ड्रग्स दी गई थी और लगभग आठ घंटों तक उसके साथ हिंसक यौन दुर्व्यवहार किया गया था. खबर में यह संदेह भी जताया गया है कि लड़की के साथ करीब एक दर्जन पुरुषों ने बलात्कार किया था, हालांकि एफआईआर में अभी तक केवल तीन नाम ही दिए गए हैं. खबर के मुताबिक सूत्र ने बताया है कि पड़ोसी लूखी गांव से जब डॉक्टर पहुंचा उस वक्त लड़की का ब्लड प्रेशर बहुत ही कम था.

डॉक्टर ने कहा था- वह मर सकती है
खबर में नया गांव के एक निवासी के हवाले से बताया गया है कि डॉक्टर ने उन लोगों से कहा था कि वह मर सकती थी क्योंकि उसका सिस्टोलिक प्रेशर केवल 50 था (इसे टीओआई द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका). यह सुनकर, उन्होंने उसे वापस छोड़ देने का फैसला किया लेकिन इसके लिए वे लोग लड़की को 40 किलोमीटर दूर महेंद्रगढ़ में कनिना बस स्टॉप पर वापस ले गए, जहां से उन्होंने सुबह में उसका अपहरण किया था. एफआईआर में नामजद किए गए तीनों आरोपियों में से एक मनीष ने वहां से महिला के पिता को फोन कर उन्हें बताया कि उसने उनकी बेटी को बस स्टॉप पर बेहोशी की हालत में बस स्टॉप पर देखा है.

डॉक्टर की गवाही होगी महत्वपूर्ण
आपको यह भी बता दें कि सभी तीन आरोपी पंकज, सेना का जवान निशु और मनीष उसी रेवाड़ी गांव के रहने वाले हैं जहां वह लड़की रहती है और वे लोग उसे और उसके परिवार को जानते थे. खबर के मुताबिक लड़की की हालत के बारे में यह सारी बातें डॉक्टर ने स्थानीय निवासियों को बताई थीं. जिसके बाद यह बात लड़की के घर वालों और पड़ोसियों को पता चली. खबर में पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उस डॉक्टर की पहचान कर ली गई है और उसे सुरक्षा भी मुहैया कराई गई है. उसकी गवाही जांच में महत्वपूर्ण भूमिका अदा तो करेगी ही साथ ही साथ उन आरोपियों को भी पकड़वाने में मददगार होगी जो अभी तक लापता हैं.

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लड़की के पिता ने वारदात में 8 से 10 लोगों के शामिल होने की आशंका जाहिर की थी
लड़की के पिता ने कहा है कि हो सकता है आठ से 10 लोगों ने उससे बलात्कार किया हो लेकिन वह उनमें से केवल तीन लोगों की ही पहचान कर पायी. आपको बता दें कि लड़की अपने स्कूल की टॉपर रही है. पुलिस ने घटना के बारे में बताया था कि बुधवार को कनीना में बस स्टॉप से लड़की का अपहरण कर लिया गया था. अपहरण करके सुनसान स्थान पर उसे ले गया जहां नशीला पदार्थ पिलाने के बाद उसके साथ बलात्कार किया. हरियाणा के पुलिस महानिदेशक बी एस संधू ने शनिवार को बताया था कि युवती से कथित रूप बलात्कार के तीन आरोपियों में से एक राजस्थान में पदस्थ सैन्यकर्मी है और उसे गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम भेजी गयी है. उन्होंने कहा था, "तीन आरोपियों में से एक सैन्यकर्मी है और पुलिस का दल उसे गिरफ्तार करने को राजस्थान गया है. मुझे विश्वास है कि उसे आज गिरफ्तार कर लिया जाएगा."

सेना ने कहा आरोपी को सजा दिलवाने में करेंगे मदद
वहीं दूसरी ओर जयपुर में, भारतीय सेना की दक्षिण पश्चिम कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल चेरिश मेथसन ने कहा था कि बलात्कार मामले में अगर कोई सैन्यकर्मी संलिप्त पाया जाता है तो सेना आरोपी को सजा दिलवाने में मदद करेगी. मेथसन ने कहा था, "हम अपराधियों को प्रश्रय नहीं देते. हम आरोपी की तलाश में मदद करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि अगर कोई सैनिक बलात्कार मामले में संलिप्त पाया जाता है तो वह सलाखों के पीछे हो." राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने घटना की निंदा की है और हरियाणा के पुलिस प्रमुख से जांच के बारे में यथाशीघ्र अवगत कराने के निर्देश दिए हैं.

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