मीडिया सूत्रों के मुताबिक सीबीआई कोर्ट में रेप केस के अलावा बाबा राम रहीम पर एक पत्रकार राम चंदेर छत्रपति की हत्या से जुड़ा मामला भी चला. यह वही पत्रकार है, जिसने सिरसा में हुए दो साध्वियों के साथ रेप की खबर अपने अखबार 'पूरा सच' में छापी थी.
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नई दिल्ली: साध्वी से यौन शोषण के मामले में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को शुक्रवार को पंचकूला की सीबीआई कोर्ट ने दोषी करार दे दिया है. राम रहीम के खिलाफ सजा का ऐलान 28 अगस्त को किया जाएगा. लेकिन यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी राम रहीम पर कई गंभीर आरोप लग चुके हैं. यौन शोषण के अलावा राम रहीम द्वारा कथित तौर पर की गई पत्रकार कि हत्या का आरोप भी लग चुका है. पत्रकार ने रहीम के करतूतों की पोल खोली थी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक सीबीआई कोर्ट में रेप केस के अलावा राम रहीम पर एक पत्रकार राम चंदेर छत्रपति की हत्या से जुड़ा मामला भी चला. यह वही पत्रकार है, जिसने सिरसा में हुए दो साध्वियों के साथ रेप की खबर अपने अखबार 'पूरा सच' में छापी थी.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक इस खबर के प्रकाशित होने के बाद 24 अक्टूबर 2002 में छत्रपति के घर के बाहर कुछ अज्ञात लोगों ने गोलियों से छलनी कर उनकी हत्या कर दी गई. छत्रपति को घर से बुलाकर उन्हें पांच गोलियां मारी गई थीं. छत्रपति सच्चाई लिखने से नहीं चूकते थे, उनकी धारदार पत्रकारिता की तूती बोलती थी जिसके चलते वे काफी लोकप्रिय थे.
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पत्रकार की हत्या के बाद बंद रहा शहर
पत्रकार छत्रपति की हत्या के बाद 25 अक्टूबर 2002 को घटना के विरोध में सिरसा शहर बंद रहा. तब से लेकर आज तक पत्रकार के परिजन इस मामले में टकटकी लगाए बैठे हैं कि आखिर कब उन्हें न्याय मिलेगा. छत्रपति का बेटा अंशुल अपने पिता को न्याय दिलाने के लिए लंबे वक्त तक संघर्ष करता रहा.
तीन पेज की चिट्ठी में महिलाओं के शोषण की कहानी
जिस गुमनाम चिट्ठी को पत्रकार छत्रपति ने अपने अखबार में छापा था, वह चिट्ठी तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, चीफ जस्टिस पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट, समेत कई संस्थानों में भेजी थी. तीन पेज की चिट्ठी में अज्ञात महिला ने गुरमीत राम रहीम के सिरसा आश्रम में चल रहे महिलाओं के शोषण की कहानी को बयां किया था.
हाईकोर्ट ने लिया चिट्ठी का संज्ञान
इसके बाद पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने चिट्ठी का संज्ञान लेते हुए सिरसा के डिस्ट्रिक्ट और सेशन जज को इस गंभीर मामले की जांच कराने का आदेश दिया था.