गडकरी ने कहा कि आपने देखा कि तटरेखा गोवा के पर्यटन के लिए एक वरदान रही है.
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पणजी: केन्द्रीय नौवहन मंत्री नितिन गडकरी ने लॉजिस्टिक्स की लागत में कटौती करने के लिए देश के जलमार्गों में सुधार पर जोर दिया और कहा कि यह अर्थव्यवस्था एवं पर्यटन क्षेत्र को मजबूत करेगा. यह बात गडकरी ने अपने सुंदर तटों के लिए मशहूर तटीय राज्य के उत्तरी और दक्षिणी जिलों को जोड़ने वाली वास्को एवं ओल्ड गोवा के बीच नौका सेवा की शुरूआत के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कही. केन्द्रीय नौवहन मंत्री ने कहा, ‘‘ हमारे देश की तटरेखा 7500 किलोमीटर लंबी है जो राष्ट्र के विकास में मदद कर सकती है और पर्यटन को भी बढ़ावा दे सकती है. ’’
गडकरी ने कहा, ‘‘ आपने देखा कि तटरेखा गोवा के पर्यटन के लिए एक वरदान रही है और पर्यटन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि 49 प्रतिशत पूंजीगत निवेश का उपयोग रोजगार सृजन में होता है. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘ मैं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री हूं और अगर कोई सड़क मार्ग से सफर करना चाहता है तो उसकी लागत1.5 रूपये( प्रति किलोमीटर), रेलमार्ग से 1.00 रूपये( प्रति किलोमीटर) और जलमार्ग से 20 पैसे( प्रति किलोमीटर) है. ’’ केन्द्रीय नौवहन मंत्री ने कहा, ‘‘ लॉजिस्टिक्स लागत में कटौती के लिए हमें जल परिवहन पर जोर देना होगा.
Developing inland waterways as eco friendly mode of transportation for passengers, tourists and goods. launched ferry services from Baina to Panaji in #Goa .Travel by ferry will reduce travel time to 20 min as compared to 1 hr by road-will boost tourism #Sagarmal pic.twitter.com/pxViVhW4Na
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) March 20, 2018
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इसलिए, माल और यात्री यातायात के लिए एक गलियारे के रूप में 7500 किलोमीटर लंबी तटरेखा का विकास हमारी अर्थव्यवस्था को बढ़ाएगा. गडकरी ने कहा कि मोरमुगाव पोर्ट ट्रस्ट( एमपीटी) में जारी घाटे के चलते इसे बंद भी किया जा सकता है. विरोध के चलते वास्को शहर में स्थित एमपीटी संकट से घिरता जा रही है और लौह अयस्क के उत्खनन पर लगे प्रतिबंध से अयस्क की ढुलाई भी प्रभावित हुई है.
उन्होंने कहा, ‘‘ पोर्ट इस साल घाटे में गया है. मौजूदा वित्तवर्ष में 25 करोड़ रूपये का घाटा है. अब आपको फैसला करना है कि पोर्ट चलाना है या नहीं.
इनपुट भाषा से भी