सोनिया गांधी की आपत्तिजनक तस्वीर पर विवादः एक की मौत, छह घायल
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सोनिया गांधी की आपत्तिजनक तस्वीर पर विवादः एक की मौत, छह घायल

व्हाट्सएप ग्रुप पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक आपत्तिजनक तस्वीर को लेकर गुरुवार तड़के दो गुटों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हुए जिनमें पांच की हालत गंभीर है। क्षेत्र के शहर पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बलसावर ने कहा कि झड़प में घायल हुए उमेश वर्मा नाम के व्यक्ति ने यहां एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।

सोनिया गांधी की आपत्तिजनक तस्वीर पर विवादः एक की मौत, छह घायल

जबलपुर : व्हाट्सएप ग्रुप पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की एक आपत्तिजनक तस्वीर को लेकर गुरुवार तड़के दो गुटों के बीच झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि छह अन्य घायल हुए जिनमें पांच की हालत गंभीर है। क्षेत्र के शहर पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बलसावर ने कहा कि झड़प में घायल हुए उमेश वर्मा नाम के व्यक्ति ने यहां एक अस्पताल में दम तोड़ दिया।

कांग्रेस कॉर्पोरेटर जतिन राज के गुट के अनुसार, विजय नगर पुलिस थाने के अंदर विरोधी गुट ने चाकुओं का खुलेआम प्रयोग किया जहां वे शिकायत दर्ज कराने गये थे। हालांकि पुलिस ने इस आरोप से इंकार किया है। दोनों गुटों के हिंसक होने पर स्थिति संभालने के लिए पुलिस को अन्य थानों से अपने सहयोगियों को बुलाना पड़ा। राज ने अपने इलाके के लोगों से संपर्क रखने के लिए व्हाट्सएप पर ‘विजय नगर फ्रेंड्स’ नाम से एक ग्रुप बनाया था। बलसावर ने कहा कि प्रशांत नायक ने व्हाट्सएप ग्रुप पर कथित रूप से एक तस्वीर डाली जिसमें सोनिया को बर्तन धोते हुए दिखाया गया और तस्वीर के साथ व्यंग्यात्मक लहजे में लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कांग्रेस अध्यक्ष को ऐसी स्थिति में ले आए। 

मध्यरात्रि के बाद दोनों गुट अहिंसा चौक पर एकत्रित हुए और सोनिया को लेकर उनके बीच गरमागरम बहस हुई। अधिकारी ने कहा कि इस बीच खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और उनसे अपने मतभेद दूर करने के लिए पुलिस थाने में आने को कहा। कांग्रेस कॉर्पोरेटर समूह के एक सदस्य अनीमेष ने आरोप लगाया कि जब दोनों गुट थाने पहुंचे तो उनके बीच कथित रूप से जमकर बहस हुई और उमेश वर्मा नाम के व्यक्ति के चाकू लग गया जिसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया। 

उन्होंने मांग की कि पुलिस को सच सामने लाने के लिए थाने में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को सार्वजनिक करना चाहिए। बलसावर ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। पुलिस ने थाने के अंदर हिंसा की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि हिंसा उस समय हुई जब समूह थाने जाने वाले रास्ते में थे। उन्होंने कहा कि घायलों में अधिवक्ता नायक भी शामिल हैं और उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों समूहों के लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है और आगे की जांच जारी है।

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