बंगाल: केंद्र ने मुख्‍य सचिव Alapan Bandyopadhyay के खिलाफ लिया एक्‍शन, Mamata Banerjee ने बनाया मुख्‍य सलाहकार
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बंगाल: केंद्र ने मुख्‍य सचिव Alapan Bandyopadhyay के खिलाफ लिया एक्‍शन, Mamata Banerjee ने बनाया मुख्‍य सलाहकार

कुछ महीने पहले बंगाल में एक चुनावी रैली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) के काफिले पर हुए पथराव पर केंद्र सरकार ने बंगाल के तीन IPS अधिकारियों को दिल्ली बुलाया था, लेकिन ममता बनर्जी सरकार ने केंद्र के इस आदेश को ठुकराते हुए उन्हें गृह मंत्रालय भेजने से मना कर दिया था. अब एक बार फिर मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) के तबादले पर विवाद है.

 

फाइल फोटो.

नई दिल्ली/कोलकाता: पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) को आज (31 मार्च) सुबह 10 बजे दिल्ली में नार्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करना था, लेकिन वो नहीं आए. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार ने उन्हें show cause notice जारी किया है. इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने IAS अलपन को मुख्‍य सलाहकार बनाया है. इसके साथ ही बंगाल के गृह सचिव एचके द्विवेदी को नया मुख्‍य सचिव बनाया गया है.

3 वर्ष का होगा कार्यकाल

IAS अलपन बंद्योपाध्याय (Alapan Bandyopadhyay) का मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार के तौर पर तीन साल की अवधि के लिए कार्यकाल होगा. इस दौरान उन्हें 2.5 लाख रुपये महीने का वेतन दिया जाएगा. इस प्रकरण पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का कहना है कि राज्य सरकार को केंद्र सरकार का एक पत्र मिला जिसमें मुख्य सचिव अलपन बंद्योपाध्याय को डीओपीटी, नॉर्थ ब्लॉक में रिपोर्ट करने के लिए कहा गया. यह पत्र पाकर मैं स्तब्ध हूं. हमने उन्हें पत्र लिखकर कहा था कि वे एकतरफा फैसला नहीं ले सकते. CS अलपन सरकार में सबसे वरिष्ठ नौकरशाह है. यह शर्मनाक है और इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ.

केंद्र पर नौकरशाहों को परेशान करने का आरोप

ममता ने कहा, केंद्र द्वारा भेजे गए पत्र में कोई कारण नहीं बताया गया है. मैंने 10 मई को पीएम को पत्र लिखकर लोगों के हित के लिए महामारी और चक्रवात से लड़ने के लिए मुख्य सचिव के कार्यकाल को तीन साल के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया था. फिर, केंद्र सरकार ने जवाब दिया कि विस्तार के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसके बाद अचानक दिल्ली क्यों बुलाया गया. उन्होंने केंद्र पर नौकरशाहों को परेशान करने का आरोप लगाया. ममता ने कहा, क्योंकि अलपन की सेवा आज यानी 31 मई को समाप्त हो रही है इसलिए, उनकी सेवाएं केंद्र में प्रतिनियुक्ति के लिए सक्षम नहीं हो सकती हैं. 

बंगाल को अलपन की सेवा की जरूरत

ममता ने कहा कि अब यह शर्म की बात है. यह जस्टिस नहीं है. उन्होंने केंद्र से पूछा कि कारण स्पष्ट करें कि वो किस कारण से CS को दिल्ली बुला रहे हैं. ममता ने इसे बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताया. ममता ने का, 'मैं सभी विपक्षी आईपीएस से अपील करती हूं कि कृपया एक साथ रहें और लड़ाई लड़ें. यह लड़ाई अकेले अलपन की नहीं है यह सभी नौकरशाहों की है. कोई भी इस तरह का आदेश नहीं दे सकता मैं यह सब स्वीकार नहीं कर सकती. ममता ने कहा, 'बंगाल को अलपन की सर्विस की जरूरत है इसलिए उन्हें मुख्य सलाहकार बनाया जा रहा है. मैं एक अच्छे व्यक्ति के रूप में पूर्व मुख्य सचिव का सम्मान करती हूं. अलपन को मुख्य सचिव का बैज मिलेगा.'

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सबकुछ सुनियोजित था

ममता ने कहा, केंद्र सरकार राज्य के टॉप नौकरशाह को ऐसे राज्य से बिना चर्चा करे अचानक कैसे बुला सकती है. एक दिन उन्हें पछताना होगा. यह पिछले 74 साल में नहीं हुआ है, जो आज हो रहा है. ममता ने कहा हम डरते नहीं है हम मरने के लिए तैयार हैं. ममता ने कहा, 'पॉलिटिकल लोग वॉकआउट करते हैं लेकिन ब्यूरोक्रेट्स कभी वॉकआउट नहीं करते हैं, यह सब कुछ सुनियोजित था'.  

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