मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ में दो चरणों मे चुनाव होंगे. यहां 12 नवंबर को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे. जबकि 20 नवंबर को 72 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
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नई दिल्ली : मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने शनिवार को घोषणा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में एक साथ चुनाव होंगे. इन राज्यों में तत्काल प्रभाव से (शनिवार से) आचार संहिता लागू की जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि 15 दिसंबर से पहले 4 राज्यों में चुनावी प्रकिया पूरी करनी है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयुक्त अशोक लवासा एवं सुनील अरोड़ा भी मौजूद रहे.
मुख्य चुनाव आयुक्त द्वारा दी गई प्रमुख जानकारियां
-छत्तीसगढ़ में दो चरणों मे चुनाव होंगे. यहां 12 नवंबर को पहले चरण में वोट डाले जाएंगे. जबकि 20 नवंबर को 72 सीटों पर वोट डाले जाएंगे.
-मध्यप्रदेश, मिजोरम की सभी सीटों पर 28 नवंबर को वोटिंग होगी.
-तेलंगाना और राजस्थान में 7 दिसंबर को चुनाव होंगे.
-11 दिसंबर को सभी राज्यों की मतगणना होगी.
-मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम कुछ जरूरी वजहों में चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी हुई.
-एक राज्य के चुनाव की तारीखें तय न होने से प्रेस कॉन्फ्रेंस में देरी हुई.
-प्रेस कॉन्फ्रेंस का वक्त बदलने की वजह राजनीतिक नहीं.
-15 दिसंबर से पहले 4 राज्यों में चुनावी प्रकिया पूरी करनी है.
-छत्तीसगढ़ विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, मध्यप्रदेश का 7 जनवरी, राजस्थान का 28 जनवरी, जबकि मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल 15 दिसंबर को पूरा हो रहा है.
-सभी राज्यों में एक साथ चुनाव होंगे.
-मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम में तत्काल प्रभाव से आचार संहिता लागू की जाती है.
-चुनावों में वीवीपैट मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा.
-चुनावों की पारदर्शिता के लिहाज से पूरी प्रकिया की सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी. वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी.
-चुनाव में हर प्रशासनिक अधिकारी पर चुनाव आयोग की नजर रहेगी.
उल्लेखनीय है कि मौजूदा वक्त में छत्तीसगढ़ विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 49 और कांग्रेस के पास 39 सीटों के अलावा एक एक सीट बसपा और निर्दलीय के खाते में हैं. राजस्थान की 200 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के पास 163 और कांग्रेस तथा अन्य के पास 37 सीटें हैं, जबकि 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के 165, कांग्रेस के 57, बसपा के चार और तीन निर्दलीय विधायक हैं. मिजोरम की 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस 34 विधायकों के साथ सत्तारूढ़ है. तेलंगाना में विधानसभा सीटों की संख्या 119 है.