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नई दिल्लीः कश्मीर मामले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने विवादित बयान दिया है. फारुक ने कश्मीर मसले के समाधान के लिए तीसरे पक्ष की वकालत की है. जबकि भारत सरकार का इस मामले में रुख बिलकुल स्पष्ट रहा है, भारत कश्मीर मामले में भी किसी भी तीसरे पक्षकार की भागीदारी नहीं चाहता है. फारुक ने कश्मीर मामले में चीन और अमेरिका द्वारा मध्यस्थता करने की बात की.
मीडिया से बात करते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद कई बार कह चुके हैं कि वो कश्मीर मामले में मध्यस्थता की बात कह चुके है, जबकि हमने उनसे ऐसी कोई बात नहीं कही है. वहीं चीन भी चाहता है कि वो इस मामले में मध्यस्थ की भूमिका निभाए.
Trump himself said I want to settle Kashmir problem, we didn't ask them to. China too said they want to mediate in Kashmir: Farooq Abdullah pic.twitter.com/isy94FGOcl
— ANI (@ANI_news) July 21, 2017
फारुक ने ये भी कहा कि कश्मीर मसले के हल के लिए भारत को चाहिए कि वो बातचीत के लिए दोस्तों का इस्तेमाल करें.
Doston ko isteemaal kijiye baatcheet karne ke liye, hal karne ke liye: Farooq Abdullah,Former J&K CM on India-Pakistan pic.twitter.com/3JAs5iujD1
— ANI (@ANI_news) July 21, 2017
नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के बीच युद्ध किसी भी तरह से कश्मीर मामले का समाधान नहीं है. दोनों ही देशों के पास एटम बम है. ऐसे में केवल बातचीत के जरिए ही इसका समाधान निकाला जा सकता है.
Yuddh nahi kar sakte, unke paas bhi atom bomb hai aur aapke paas bhi hai. Ye rasta nahi hai, raasta baatcheet ka hai: Farooq Abdullah pic.twitter.com/lWPc2Z0olO
— ANI (@ANI_news) July 21, 2017
आपको बता दें कि फारुक अब्दुल्ला इससे पहले भी कश्मीर मामले पर विवादित बयान दे चुके है. एक बार तो उन्होंने कश्मीर में सेना पर पत्थरबाजी करने वालों का समर्थन करते हुए कहा था कि वो लोग अपने देश के लिए लड़ रहे हैं. इसके बाद उन्हें कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी थी.