15 मई 1996 को CBI ने जगन्नाथ मिश्र और लालू पर केस दर्ज किया. कुल 34 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू हई. 28 अक्टूबर 1997 को CBI ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की.
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पटना: चारा घोटाला के एक मामले में शनिवार (23 दिसंबर) को रांची में सीबीआई की विशेष अदालत फैसला सुना सकती है. इस मामले में बिहार के दो पूर्व सीएम आरोपी हैं. लालू यादव और जगन्नाथ मिश्र रांची पहुंच चुके हैं. वहीं दूसरी ओर चारा घोटाले में फैसले से पहले राजद सुप्रीम लालू प्रसाद ने शुक्रवार (22 दिसंबर) को कहा एएनआई से कहा, हम न्यायिक व्यवस्था में यकीन रखते हैं और उनका आदर करते हैं, भाजपा के षड्यंत्र का कामयाब नहीं होने देंगे. जैसे 2जी में हुआ, अशोक चव्हान का हुआ वैसे ही हमारा भी होगा.
देवघर कोषागार से अवैध निकासी मामले में रांची में CBI की विशेष अदालत अपना फैसला सुनाएगी. 1990 से 1994 के बीच देवघर ट्रेजरी से 84.53 लाख की अवैध निकासी हुई थी इस दौरान जगन्नाथ मिश्र और लालू यादव बिहार के CM रहे. 1995 में CAG की रिपोर्ट के बाद निगरानी ने जांच शुरू की. निगरानी ने एक महीने में अपनी जांच पूरी कर ली.
15 मई 1996 को CBI ने जगन्नाथ मिश्र और लालू पर केस दर्ज किया. कुल 34 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू हई. 28 अक्टूबर 1997 को CBI ने आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की. करीब 21 साल तक CBI की अदालत में इसकी सुनवाई हुई. 13 दिसंबर को 2017 को CBI कोर्ट में बहस पूरी हुई. सुनवाई के दौरान 11 आरोपियों की मौत हो चुकी है. सरकारी गवाह पीके जायसवाल और सुशील झा ने गुनाह कबूला
21 आरोपियों की किस्मत का फैसला
रांची में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत फैसला सुनाएगी. कोर्ट ने सभी आरोपियों को सशरीर उपस्थित होने का आदेश दिया है. आइए आपको बता देते हैं इस मामले में कौन-कौन आरोपी हैं. इस मामले में दोषी करार दिए जाने पर आरोपियों को 2 से 7 साल तक कैद की सज़ा हो सकती है. आरसी 64A/96 के आरोपी
पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद, डॉ जगन्नाथ मिश्र
पूर्व सांसद जगदीश शर्मा
डॉ आरके राणा
पूर्व पशुपालन मंत्री विद्या सागर निषाद
पूर्व पीएसी अध्यक्ष ध्रुव भगत और कई IAS अधिकारी
लालू प्रसाद यादव फिलहाल रांची में हैं. लालू यादव के साथ उनके छोटे बेटे तेजस्वी यादव के अलावा पार्टी के कई बड़े नेता भी रांची पहुंच चुके हैं. रांची पहुंचने के बाद लालू यादव ने केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसियां उन्हें और उनके बच्चों को फंसा रही है. साथ ही लालू ने कहा कि उन्हें न्यायिक प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है.
(इनपुट एजेंसी से भी)