गुजरात: खुद को 'किंग मेकर' कहने वाले अल्‍पेश ठाकुर से BJP को होगा कितना नुकसान?
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गुजरात: खुद को 'किंग मेकर' कहने वाले अल्‍पेश ठाकुर से BJP को होगा कितना नुकसान?

 गुजरात ओबीसी एकता मंच के संयोजक और स्थानीय ठाकुर सेना के नेता ठाकुर की पिछड़ा वर्ग में जबर्दस्त अपील है. खासकर शहरी क्षेत्रों के युवा वर्ग में खासी अपील है. 

शनिवार को अल्‍पेश ठाकुर ने राहुल गांधी से मुलाकात की.

अहमदाबाद: गुजरात चुनावों से ऐन पहले सियासी उठापठक के बीच ओबीसी तबके में पैठ रखने वाले अल्‍पेश ठाकुर ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की है. हालांकि कुछ समय पहले तक वह कहते रहे कि किसी दल से नहीं जुड़ेंगे और चुनावों में 'किंग मेकर' की भूमिका निभाएंगे. वैसे सियासी पैमाने से यदि देखा जाए तो 2015 में पाटीदार समुदाय की आरक्षण की मांग के साथ इसकी आवाज बनकर उभरे हार्दिक पटेल के उलट अल्‍पेश ठाकुर की राजनीति रही है. वह ओबीसी कोटे में पटेल समुदाय को शामिल करने की मांग के धुर विरोधी माने जाते हैं. 

  1. ओबीसी नेता अल्‍पेश ठाकुर कांग्रेस में होंगे शामिल
  2. बीजेपी ने भी अपने पाले में लाने की कोशिश की थी
  3. शहरी तबके के युवाओं में खासी अपील रखने वाले नेता

परंपरागत रूप से पटेल या पाटीदार समुदाय बीजेपी का समर्थक रहा है. लेकिन हालिया दौर में बीजेपी से यह तबका कुछ अंसतुष्‍ट दिखता है. उसकी भरपाई के लिए राजनीतिक विश्‍लेषकों के मुताबिक बीजेपी ने अल्‍पेश ठाकुर को अपने पाले में लाने की कोशिशें की थीं लेकिन उनके कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा से बीजेपी को झटका जरूर लगा है. इस पृष्‍ठभूमि में अल्‍पेश ठाकुर की सियासत और गुजरात के बदलते सियासी समीकरणों पर आइए डालते हैं एक नजर: 

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अल्‍पेश ठाकुर (40) 
1. गुजरात ओबीसी एकता मंच के संयोजक और स्थानीय ठाकुर सेना के नेता ठाकुर की पिछड़ा वर्ग में जबर्दस्त अपील है. खासकर शहरी क्षेत्रों के युवा वर्ग में खासी अपील है. उन्होंने राज्य में मादक पदार्थ के लत से छुटकारा दिलाने के लिये सक्रियता से काम किया है. 

2. पांच साल पहले गुजरात क्षत्रिय-ठाकुर सेना का गठन समुदाय में शराबबंदी को प्रोत्‍साहन देने के लिए किया था. इस संगठन के तकरीबन साढ़े छह लाख रजिस्‍टर्ड सदस्‍य हैं. 

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3. हाल में ओएसएस (ओबीसी, एससी, एसटी) एकता मंच का गठन किया. उनका आकलन है कि राज्‍य की आबादी में 22-24 प्रतिशत ठाकुर समुदाय की हिस्‍सेदारी है. अन्‍य पिछड़ी जातियों को इस समूह में जोड़ने से आंकड़ा 70 प्रतिशत तक बैठता है. 

4. इनका मानना है कि यदि पाटीदारों को आरक्षण का लाभ मिला तो इससे पहले से ही इस दायरे में मौजूद ओबीसी जातियों को नुकसान होगा. लिहाजा पाटीदार आंदोलन की बरक्‍स आवाज माने जाते हैं. 

5. शनिवार को राहुल गांधी से मुलाकात के बाद अल्‍पेश ठाकुर ने कहा, ''राहुल गांधी 23 अक्‍टूबर को हमारी रैली में शामिल होने गुजरात आएंगे और मैं कांग्रेस पार्टी में शामिल होऊंगा.''

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