पीएम नरेंद्र मोदी ने साबरमती आश्रम में चलाया चरखा, कहा- राष्ट्र के निर्माण का साक्षी रहा है यह स्थान
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पीएम नरेंद्र मोदी ने साबरमती आश्रम में चलाया चरखा, कहा- राष्ट्र के निर्माण का साक्षी रहा है यह स्थान

आश्रम के संक्षिप्त दौरे के बाद मोदी ने आश्रम में स्थित 'हृदय कुंज' में आगंतुक पुस्तिका में संदेश भी लिखा.

अहमदाबाद के साबरमती आश्रम में चरखा चलाते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (Photo : IANS/29 June, 2017)

अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (29 जून) को यहां साबरमती आश्रम को महात्मा गांधी की 'तपोभूमि' और उनकी आध्यात्मिक साधना की स्थली बताते हुए कहा कि इस स्थान ने पूरी मानवता को आलोकित किया है. मोदी साबरमती आश्रम के शताब्दी समारोह में भाग लेने यहां आये थे. गांधीजी 1917 से 1930 तक आश्रम में रहे थे.

आश्रम के संक्षिप्त दौरे के बाद मोदी ने आश्रम में स्थित 'हृदय कुंज' में आगंतुक पुस्तिका में संदेश भी लिखा. मोदी ने गुजराती में अपने संदेश में लिखा कि आश्रम केवल एक भवन या संस्थान नहीं है, बल्कि वह स्थान है जो राष्ट्र के निर्माण का साक्षी रहा है.

मोदी ने डायरी में लिखा, ''साबरमती आश्रम के सौ साल किसी इमारत, संस्थान या किसी गतिविधि के सौ वर्ष नहीं हैं. बापू ने देश को सैकड़ों सालों की दासता से उबारने के लिए इस स्थान को अपनी 'तपोभूमि' बनाया था और हमें 'स्वराज' दिया था.'' 

उन्होंने लिखा, ''यह आश्रम राष्ट्र-निर्माण की प्रक्रिया का प्रत्यक्ष गवाह रहा है. इस स्थान ने केवल भारत की नहीं, पूरी दुनिया की मानवता को आलोकित किया है. मैं इस तपोभूमि को प्रणाम करता हूं. मैं पूज्य बापू को श्रद्धांजलि देता हूं.'' 

मोदी ने अपने दौरे में आश्रम के न्यासियों से वहां चल रहीं गतिविधियों पर बातचीत की, एक पौधा रोपा, गांधीजी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की और चरखा भी चलाया.

साबरमती में बोले पीएम मोदी: गौ भक्ति के नाम पर हत्या स्वीकार नहीं, हमारा देश अहिंसा की भूमि है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार (29 जून) को कहा कि 'गौ-भक्ति' के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जा सकती. यहां साबरमती आश्रम में दिए गए भाषण में मोदी ने कहा, "समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है." महात्मा गांधी के गुरु श्रीमद राजचंद्रजी की 150वीं जयंती के मौके पर मोदी ने यहां साबरमती आश्रम में संबोधन के दौरान कहा, "गौ-भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं की जाएगी. महात्मा गांधी आज होते तो इसके खिलाफ होते." उनकी (मोदी की) यह टिप्पणी कथित गोरक्षकों द्वारा किए गए हालिया हमलों और विरोध प्रदर्शनों की पृष्ठभूमि में आई है.

मोदी ने कहा कि दूसरों के खिलाफ हिंसा करना राष्ट्रपिता के आदर्शों के विरुद्ध है. उन्होंने कहा, 'गौ भक्ति के नाम पर लोगों की हत्या स्वीकार नहीं है. इसे महात्मा गांधी कभी स्वीकार नहीं करते.' प्रधानमंत्री ने कहा, 'चलिए सभी मिलकर काम करें. महात्मा गांधी के सपनों का भारत बनाते हैं. एक ऐसा भारत बनाते हैं जिस पर हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को गर्व हो.' 

मोदी ने कहा, 'हिंसा से कभी किसी समस्या का समाधान नहीं हुआ और न होगा. एक समाज के तौर पर हमारे यहां हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है.' गो-रक्षा के नाम पर लोगों पर बढ़ते हुए हमलों का साफ तौर पर जिक्र करते हुए मोदी कहा, "आज मैं कुछ शब्द कहना चाहता हूं और कुछ चल रही चीजों पर दुख प्रकट करता हूं." उन्होंने कहा, "हिंसा से कभी किसी समस्या का समाधान न हुआ है और न होगा. इस देश में किसी व्यक्ति को कानून को अपने हाथों में लेने का अधिकार नहीं है."

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