राहुल गांधी ने गुजरात में मंच से पूछा- 'केम छो', पढ़िए क्या मिला जवाब
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राहुल गांधी ने गुजरात में मंच से पूछा- 'केम छो', पढ़िए क्या मिला जवाब

राहुल गांधी ने कहा, 'आजकल गुजरात की सरकार रिमोट कंट्रोल से चलती है, दिल्ली से चलती है. हमें गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनानी है जो यहां से चलेगी.' 

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को एक जनसभा में कहा कि आजकल गुजरात की सरकार रिमोट से चलती है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक राहुल ने कहा, 'आजकल गुजरात की सरकार रिमोट कंट्रोल से चलती है, दिल्ली से चलती है. हमें गुजरात में कांग्रेस की सरकार बनानी है जो यहां से चलेगी.' कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'सरदार पटेल जी की मूर्ति बन रही है, और वह भी चीन में बन रही है, उसके पीछे मेड इन चाइना लिखा हुआ है, शर्म की बात है.'  इससे पहले राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत गुजराती भाषा में जनसभा में मौजूद लोगों का हालचाल पूछकर लिया. मंच पर माइक थामते ही राहुल ने कहा, 'केम छो'. जनता की तरफ से आवाज आई, 'गाडो थई छो'. गौर करने वाली बात यह है कि विकास गाडो थई छो का नारा बीते दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. अमेरिका से लौटने के बाद राहुल गांधी आगामी गुजरात विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रचार में जुट गए हैं. 

  1. गुजरात में विधानसभा चुनाव प्रचार में जुटे हैं राहुल गांधी
  2. जनसभा में गुजराती में शुरू किया भाषण
  3. राहुल गांधी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर किए जोरदार हमले

'बीजेपी को वोट देकर लोग पछता रहे हैं'
सोमवार को राहुल गांधी ने गुजरात में जीएसटी, नोटबंदी और कृषि नीति के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था. राहुल ने गुजरात में पार्टी के पक्ष में भीतर-भीतर जबर्दस्त लहर होने का दावा करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत का विश्वास जताया. अपनी तीन दिवसीय गुजरात यात्रा के पहले दिन एक रोड शो के लिये जामनगर पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में राहुल ने कहा कि बीजेपी को वोट देकर लोग अफसोस कर रहे हैं.

राहुल ने कहा, 'गुजरात में कांग्रेस के पक्ष में भीतर ही भीतर जबर्दस्त लहर है. लोग बदलाव चाहते हैं और कांग्रेस इस बार निश्चित तौर पर सत्ता में आएगी. गुजरात के लोग सत्तारूढ़ पार्टी से नाखुश हैं क्योंकि वे बीजेपी को अपना वोट देने के बाद ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.' उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात के विकास में मदद करेगी.

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'राहुल ने द्वारकाधीश मंदिर में पूजा की'
कांग्रेस पिछले दो दशक से अधिक समय से गुजरात में सत्ता से बाहर है. 47 वर्षीय कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यहां प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा करके दिन की शुरूआत की. उन्होंने पवित्र नगरी से सौराष्ट्र क्षेत्र होकर जामनगर जाने के दौरान लोगों के साथ संवाद भी किया.

विभिन्न स्थानों पर अपने संक्षिप्त भाषण में राहुल ने नोटबंदी और अन्य मुद्दों पर मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने राजग शासन में बेरोजगारी के मुद्दे को उजागर किया और राज्य में अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर गुजरात के किसानों की समस्याओं का समाधान करने का वादा किया. विशेष रूप से डिजाइन की गयी बस में यात्रा करते हुए राहुल ने नियमित अंतराल पर ग्रामीणों से संवाद करके उनसे जुड़ाव बनाने की कोशिश की. द्वारका से राहुल हंजरापार के लिये रवाना हुए जहां ग्रामीणों ने पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया. उन्होंने कृषक समुदाय के प्रति एकजुटता दिखाने के लिये बैलगाड़ी की सवारी भी की.

'बीजेपी ने निजीकरण को बढ़ावा दिया'
हंजरापार में उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और उनके कुछ सवालों के जवाब दिये. राहुल ने निजीकरण के मुद्दे पर गुजरात की बीजेपी सरकार की कड़ी आलोचना की. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने निजीकरण को लागू करके वहनीय शिक्षा और स्वास्थ्य का अधिकार गरीबों से छीन लिया है.

राहुल ने अपने संक्षिप्त भाषण में कहा, 'सरकार को अवश्य इस बात को सुनिश्चित करना चाहिये कि लोग इन बुनियादी सुविधाओं से वंचित नहीं रहें.' उन्होंने गुजरात में अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर मुफ्त दवा और चिकित्सा का वादा किया. बीजेपी सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए राहुल ने मांग की कि सरकार गुजरात में किसानों के लिये पूर्ण कृषि ऋण माफी की घोषणा करे.

राहुल ने मीडिया से पूछे सवाल
राहुल ने कहा, 'अगर सरकार व्यापारियों के कर्ज माफ कर सकती है तो किसानों के कर्ज क्यों नहीं माफ कर सकती. भारत सरकार ने 15 बड़े व्यापारिक घरानों को 1.30 लाख करोड़ रुपये तोहफा में दे दिये जबकि सात लाख करोड़ रुपये के कर्ज की अदायगी बैंकों को नहीं की गई है. उन्हें (व्यापारियों को) सभी लाभ मिलेंगे, जबकि आपको कर्ज की अदायगी नहीं करने पर जेल भेजा जाएगा.' कांग्रेस सांसद ने कृषि ऋण माफी पर मीडिया से भी सवाल पूछे.

उन्होंने कहा, 'कृषि ऋण माफी की मेरी मांग पर मीडिया सवाल उठाती है. मीडिया दावा करती है कि यह किसानों को बर्बाद कर देगा. मैं उससे पूछना चाहता हूं कि यही बात व्यापारियों पर भी लागू होती है या नहीं. कैसे वे बर्बाद नहीं होंगे. मेरा दृढ़ता से मानना है कि अगर व्यापारिक घरानों को राहत दी जाती है तो किसानों को भी कर्ज माफी के जरिये राहत दी जानी चाहिये.' हंजरापार जाने से पहले राहुल भाटिया गांव समेत रास्ते में कई जगह रुके. अपने संबोधन में राहुल ने लोगों की बुनियादी समस्याओं का निराकरण करने में विफल रहने के लिये मोदी सरकार की आलोचना की.

उन्होंने कहा कि हर दिन तकरीबन 20 हजार शिक्षित युवा नौकरी की तलाश में संस्थानों से बाहर निकलते हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनमें से सिर्फ 400 को रोजगार दे पाती है.

'GST ने छोटे दुकानदारों की कमर तोड़ दी'
राहुल ने कहा, 'आप इस देश के किसी भी कोने में जाएं और किसानों से पूछें कि क्या उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य मिलता है. सब तत्परता से कहेंगे, नहीं.' जब कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अपनी बस के बाहर एकत्र लोगों से पूछा कि क्या गुजरात में किसानों को उनकी मूंगफली के लिये लाभकारी कीमत मिल रही है तो उन्होंने जोरदार स्वर में कहा, 'नहीं.' उन्होंने कहा, 'हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसी से भी सलाह-मशविरा किये बिना नोटबंदी की घोषणा की. यह हमारी अर्थव्यवस्था के लिये गहरा झटका था. किसान बुरी तरह प्रभावित हुए क्योंकि वे फोन या डेबिटकार्ड के जरिये लेन-देन नहीं करते. वे बीज खरीदने या मजदूरों को भुगतान करने के लिये नकदी का इस्तेमाल करते हैं.' राहुल ने कहा कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) ने छोटे कारोबारियों और दुकानदारों की कमर तोड़ दी है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सरकार से जीएसटी के तहत कर की सिर्फ एक दर रखने को कहा लेकिन उसने पांच विभिन्न दरें रखीं. उन्होंने दावा किया कि जीएसटी की वजह से लाखों कारोबार बंद हो गए. राहुल ने आरोप लगाया कि विकास के गुजरात मॉडल में गरीबों के लिये कोई जगह नहीं है. इससे सिर्फ चंद व्यापारियों को लाभ हुआ है.

राहुल की सभा में दिखे गहलोत
उन्होंने कहा, 'व्यापारिक घरानों को सबकुछ मिलता है चाहे वह पानी हो, जमीन हो या बिजली. लेकिन, गरीबों की हमेशा अनदेखी की जाती है. यह उनमें (बीजेपी) और हममें (कांग्रेस में) अंतर है. मैं वादा करता हूं कि हमारी सरकार गरीबों, किसानों और युवाओं की होगी.' भाटिया के बाद राहुल नंदना गांव पहुंचे. वहां उन्होंने स्कूली बच्चों को संबोधित किया.

उन्होंने कहा, 'हमारे देश ने पिछले 70 वर्षों में काफी प्रगति की है. जब हमें आजादी मिली तो हमारे पास ढेर सारे अच्छे स्कूल, बड़े विश्वविद्यालय या कंपनियां नहीं थीं. आज जो कुछ भी है वह आपके माता-पिता और दादा-दादी/नाना-नानी के कठोर परिश्रम की वजह से है.' राहुल के साथ गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी और कांग्रेस के राज्य के प्रभारी महासचिव अशोक गहलोत भी थे.

राहुल कल राजकोट पहुंचने से पहले सड़क मार्ग से ध्रोल और टनकारा शहरों का दौरा करेंगे. उनके स्थानीय दुग्ध उत्पादकों और सहकारिता आंदोलन के नेताओं से भी मिलने का कार्यक्रम है.

दिलचस्प बात यह है कि गुजरात पहुंचने पर राहुल का पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने अभिवादन किया. हार्दिक प्रदेश की बीजेपी सरकार के कटु आलोचक हैं. हार्दिक ने आज सुबह ट्वीट करके गुजरात में राहुल का स्वागत किया. गुजरात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य है.

हार्दिक ने अपने ट्वीट में कहा, 'कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुलजी का गुजरात में हार्दिक स्वागत है--जय श्रीकृष्ण.' भाषा पार्टी सूत्रों ने बताया कि राहुल इस साल के अंत में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उत्तर, मध्य और दक्षिण गुजरात में भी प्रचार करेंगे.

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