राबड़ी देवी के सरकारी निवास पर आयोजित बैठक में आरजेडी के तमाम बड़े नेता जुटे हुए हैं. बैठक की अध्यक्षता तेजस्वी यादव कर रहे हैं.
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पटना : रांची में सीबीआई की विशेष अदालत में लालू यादव की सजा पर फैसला सुनाए जाने से पहले पटना में राबड़ी देवी ने अपने सरकारी आवास पर आरजेडी की एक बैठक आहुत की है. बैठक हिस्सा लेने के लिए आरजेडी के तमाम बड़े नेता और कार्यकर्ता राबड़ी देवी के आवास पर पहुंचे. बैठक की अध्यक्षता लालू के बेटे तेजस्वी यादव ने की. इस बैठक में इस बात का मंथन किया जा रहा है कि जब लालू यादव जेल में होंगे तो पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा और पार्टी किस तरह काम करेगी.
तेजस्वी यादव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि लालू यादव जी को केंद्र सरकार ने एक साजिश के तहत फंसाया है. सीबीआई केंद्र के इशारों पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि लालू जी फंसाने आरजेडी टूटने वाली नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी साजिश से डरने वाले नहीं हैं. तेजस्वी ने कहा कि लालू कोई व्यक्ति नहीं बल्कि एक विचारधारा का नाम है.
राजद में इस बात की चिंता है कि यदि लालू प्रसाद यादव को ज्यादा वक्त जेल में रहना पड़ा तो पार्टी की रणनीति क्या होगी. इस बैठक में लालू परिवार के साथ कुछ और करीबी नेता भी शामिल हुए. लालू के दोनों बेटे तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव बैठक में मौजूद थे. बैठक में मौजूद पार्टी कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे, -हममें है लालू, तुममें है लालू, हम सबमें है लालू. कुछ कार्यकर्ता लालू जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे.
पटना में 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर आरजेडी की यह बैठक संपन्न हुई. लालू प्रसाद को सजा होने के बावजूद पार्टी को एकजुट रखने पर चर्चा चली. सजा के बाद पार्टी के न्याय यात्रा के नाम से एक आंदोलन भी शुरू करेगी. इस बैठक में न्याय यात्रा निकालने की तिथि पर भी निर्णय ले लिया जाएगा. पार्टी के नेताओं ने बताया कि न्याय यात्रा को लेकर वैसे नारे लिखे जा रहे हैं जिनके माध्यम से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के संदेश को लोगों तक पहुंचाया जा सके.
इस बैठक का मकसद पार्टी की ताकत और एकता का प्रदर्शन करना भी है. बैठक में शामिल होने के लिए सभी सांसद, एमएलए, एमएलसी, पार्टी पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों एवं प्रखंड अध्यक्षों को बुलाया गया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह, शिवानंद तिवारी, रामचंद्र पूर्वे, शिवचंद्र राम, तनवीर हसन, अब्दुल गफूर समेत तमाम नेता सुबह ही राबड़ी देवी के आवास पर पहुंच गए थे.
89 लाख रुपये का है घोटाला
बता दें कि चारा घोटाले से जुड़े देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये की अवैध निकासी के मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, आरके राणा, जगदीश शर्मा एवं तीन वरिष्ठ पूर्व आईएएस अधिकारियों समेत 16 लोगों की सजा पर सीबीआई विशेष अदालत अपना फैसला सुना रही है. सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये अपना फैसला सुनाएंगे.
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लालू यादव को साढ़े तीन साल की सजा, 5 लाख रुपये जुर्माना
इस मामले में लालू प्रसाद यादव को साढ़े तीन साल जेल तथा पांच लाख रुपये का जुर्माने की सजा सुनाई है. अदालत में शुक्रवार को दोपहर दो बजे सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद एवं उनकी पार्टी के दूसरे नेता आरके राणा की पेशी जेल से ही वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कराने के निर्देश दिए थे. इसके बाद न्यायाधीश ई-कोर्ट पहुंचे और वहां ई-लिंक के माध्यम से लालू यादव एवं आरके राणा की अदालत में पेशी कराई गई थी. अदालत ने सजा के बिंदु पर लालू के वकीलों की बहस सुनी, जिसमें उन्होंने उनकी लगभग 70 वर्ष की उम्र होने और बीमार होने की बार-बार दुहाई दी. अदालत ने एक-एक कर बाद में अन्य शेष सात अभियुक्तों की भी सजा के बिन्दु पर उनकी उपस्थिति में बहस सुनी. ये सभी अदालत में हाजिर हुए. लालू के वकील चितरंजन प्रसाद ने बताया कि अदालत ने सजा के बिन्दु पर सभी की बहस सुनने के बाद इस मामले में आदेश के लिए शनिवार दोपहर दो बजे का समय निर्धारित किया था.