चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh election 2017) में विधानसभा चुनाव कराने के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है. गुजरात (Gujarat election 2017) में चुनाव की घोषणा बाद में होगी.
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नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश (Himachal pradesh election 2017) में विधानसभा चुनाव कराने के लिए तारीखों की घोषणा कर दी है. हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को वोटिंग होगी और 18 दिसंबर को नतीजे आएंगे. मुख्य चुनाव आयुक्त एके जोति हिमाचल प्रदेश चुनाव की घोषणा करते हुए कहा कि तत्काल प्रभाव से राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है. गुजरात (Gujarat election 2017) में चुनाव की घोषणा बाद में होगी. गुजरात में विधानसभा की 182 सीटें हैं तो हिमाचल प्रदेश में 68 सीटें हैं. पिछले विधानसभा चुनावों में गुजरात में बीजेपी को 116 सीटें आई थीं. इस राज्य में 1998 से बीजेपी सत्ता में है. वहीं हिमाचल में वीरभद्र सिंह अगुवाई में कांग्रेस की सरकार है. पिछले चुनाव में कांग्रेस ने 36 सीटें जीती थीं और बीजेपी के खाते में 26 सीटें गई थीं.
हिमाचल चुनाव से जुड़ी मुख्य बातें
- हिमाचल प्रदेश में 16 अक्टूबर से 23 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे.
- 9 नवंबर को पूरे राज्य में एक ही चरण में वोटिंग होगी.
- 18 दिसंबर को वोटों की गिणती होगी, इसी दिन चुनाव परिणाम घोषित होंगे.
- हिमाचल प्रदेश में VVPAT मशीन का इस्तेमाल होगा.
- हिमाचल में 7521 पोलिंग स्टेशन होंगे.
- हिमाचल में फोटो आईडी का इस्तेमाल होगा.
- एफिडेविट पूरा नहीं भरा होने पर प्रत्याशियों को नोटिस जारी होगा
-हिमाचल प्रदेश में वोटिंग की वीडियोग्राफी कराई जाएगी.
-प्रत्याशी प्रचार में अधिकतम 28 लाख रुपए खर्च कर पाएंगे.
- हिमाचल प्रदेश में 9 नवंबर को वोटिंग होगी और 18 दिसंबर को नतीजे आएंगे.
#Watch live : EC press conference on Gujarat and Himachal Pradesh elections. https://t.co/4zBw3NYGdw
— ANI (@ANI) October 12, 2017
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) एके जोति (A K Joti) ने कहा कि गुजरात में 50 हजार से अधिक मतदान केंद्रों पर मतदाता मतदान सत्यापन पर्ची (वीवीपीएटी) प्रणाली का प्रयोग होगा. इस प्रणाली का पहली बार प्रयोग इस साल गोवा चुनावों में किया गया था. दिलचस्प बात यह है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश दोनों जगह मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है.
गुजरात में कांग्रेस इस बार एड़ी चोटी का जोर लगाए हुए है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी खुद राज्य में मोर्चा संभाले हुए हैं. वहीं बीजेपी के सामने भी गुजरात में बड़ी जीत दर्ज करने की चुनौती है तो हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस से सत्ता छिनने का अवसर है.