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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी प्रदेश मेघालय में मंगलवार को अपने अभियान की शुरूआत की और कहा कि उन्होंने वहां भारी भीड़ देखी तथा लोगों के उत्साह को महसूस किया. उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘‘ यहां मेघालय में भारी भीड़, उत्साह और ऊर्जा, जहां हमने आज विधानसभा चुनाव के लिए अपने अभियान की शुरूआत की.’’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में पूर्वोत्तर के लोगों के साथ अपने पारिवारिक लगाव को रेखांकित किया.
'पूर्वात्तर से मेरा विशेष संबंध'
उन्होंने ट्वीट किया, 'पूर्वोत्तर के लोगों के साथ मेरे परिवार का और मेरा विशेष संबंध रहा हैं तथा मुझे हर यात्रा के साथ उन संबंधों को और मजबूत बनाने में आनंद मिलता है.' राहुल पूर्वोत्तर राज्य के दो दिवसीय दौरे पर हैं और आज उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ एक बैठक की. मेघालय में अभी कांग्रेस की सरकार है. यहां 27 फरवरी को विधानसभा के चुनाव होने हैं. मतों की गिनती तीन मार्च को होगी.
Huge crowds, excitement and energy here in #Meghalaya, where we launched our campaign today for the assembly elections.
My family and I have had a special bond with the people of the North East and I enjoy renewing and strengthening that bond with every visit.#OneMeghalaya pic.twitter.com/mFrRdgE7MW
— Office of RG (@OfficeOfRG) January 30, 2018
मेघालय में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर काम करने का आह्वान किया राहुल ने
मेघालय में विधानसभा चुनावों से पहले टिकटों के आवंटन को लेकर 100 से ज्यादा सदस्यों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलकर काम करने और 27 फरवरी को होने वाले चुनाव में जीत सुनिश्चित करने को कहा. राहुल गांधी की अपील को इस संदर्भ में महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि पूर्व कैबिनेट मंत्री ए एल हेक भाजपा में शामिल हो गए हैं वहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता रावेल लिंगदोह समेत पांच अन्य नेताओं ने नेशनल पीपुल्स पार्टी का दामन थाम लिया है.
राहुल गांधी कर्नाटक में 10 फरवरी से शुरु करेंगे चुनाव प्रचार अभियान
साउथ गारो हिल्स जिले की चोकपोट विधानसभा के सौ पार्टी सदस्यों ने लाजारुस संगम्स के नामांकन के खिलाफ 28 जनवरी को इस्तीफा दे दिया था वहीं री भोई जिले की जिरांग सीट से 15 कांग्रेस सदस्यों ने विटनेस सिंगकली को टिकट दिये जाने पर पार्टी छोड़ दी.
एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि यहां पार्टी की बैठक में राहुल ने कहा, ‘‘मैं आपसे यह कहने यहां आया हूं कि कांग्रेस पार्टी मिलकर काम करेगी. हम आपकी भाषाओं और आदिवासी परंपराओं का संरक्षण करेंगे. हम एक विचार को थोपने नहीं देंगे.’’