देवेगौड़ा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ करीब 15 मिनट की बातचीत के बाद मैंने संसद में बने रहने का फैसला किया था.
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नई दिल्ली: कर्नाटक की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की खुल कर तारीफ की थी. अपनी तारीफ के जवाब में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में खुलकर बात की है. उन्होंने कहा कि आज मैं संसद में सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बदौलत हूं. 2014 के चुनावों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि चुनाव के दौरान एक बार मैंने कहा था कि अगर नरेंद्र मोदी अपने दम पर सरकार बनाते हैं तो मैं संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दूंगा. 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद मैंने संसद से इस्तीफा भी दे दिया था. जिसके बाद मोदी ने मुझसे बात की. उन्होंने मुझसे कहा कि चुनावों के दौरान हम विरोधी दलों के बारे में बहुत कुछ बोलते हैं, हर बात को दिल में रखना ठीक नहीं होता. प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी के साथ करीब 15 मिनट की बातचीत के बाद मैंने संसद में बने रहने का फैसला किया था.
मोदी को है राज्यों के मुद्दों की समझ
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री राज्यों के मुद्दों को समझते हैं. प्रधानमंत्री जब भी किसी राज्य में जाते हैं, वहां के मुद्दों को समझते हुए उनके बारे में अपनी राय रखते हैं. मंगलवार को रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर वही किया है. उन्होंने कर्नाटक के मुद्दों पर बात की है.
मोदी की किस बात से खफा हुए थे देवेगौड़ा
देवगौड़ा ने बताया कि 2014 के चुनावों के दौरान एक बार प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि थर्ड फ्रंट ने थर्ड क्लास सरकारें बनाई हैं. तब मैंने कहा था कि मोदी अभी तक गुजरात से बाहर नहीं निकले हैं. मेरे नेतृत्व में थर्ड फ्रंट ने ही केंद्र में सरकार बनाई थी. प्रधानमंत्री रहते हुए मैने जो भी काम किए हैं, उन्हें गंभीरता से देखे जाने की जरूरत है.
पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ में प्रधानमंत्री की बातें
मंगलवार को कर्नाटक की एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा हमारे राजनैतिक विरोधी जरूर हो सकते हैं, लेकिन वे देश के सम्मानित नेताओं में एक भी हैं. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने जब भी उनसे समय मांगा, मैंने उनसे मुलाकात की. घर आने पर न केवल मै उनके स्वागत के लिए दरवाजे पर मौजूद रहता हूं, बल्कि कार का गेट खोलकर मै उनकी अगुवानी करता हूं. जब वह जाते हैं तब मै उनको कार तक छोड़ने के लिए भी जाता हूं.