Trending Photos
नई दिल्ली : भारत ने देश में 25 विकिरण केंद्रों को स्थापित करने के लिए रूस से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इन केंद्रों का प्रयोग जल्द खराब होने वाले खाद्य पदार्थों का संरक्षण करने के लिए किया जाएगा। फल, फूल, सब्जियों या मांस मछली जैसी जल्दी सड़ने गलने वाली चीजों को विकिरण-कोठरी से गुजारने पर उनके ताजा बने रहने की मियाद बढ़ जाती है।
इनमें से कम से कम सात केंद्र महाराष्ट्र में स्थापित होंगे जिसमें से पहला केंद्र शिरडी के पास अगले साल तक वाणिज्यिक स्तर पर उपयोग के लिए तैयार हो जाएगा। यहां ब्रिक्स व्यापार मंच की बैठक से इतर यह समझौता हिंदुस्तान एग्रो को-ऑपरेटिव लिमिटेड और रूस की युनाइटेड इनोवेशन कॉरपोरेशन (यूआईसी) के बीच हुआ। यूआईसी रोसेटम स्टेट एटॉमिक एनर्जी कॉरपोरेशन की अनुषंगी कंपनी है।
हिंदुस्तान एग्रो को-ऑपरेटिव लिमिटेड के चेयरमैन भारत ढोकणी पाटिल ने यहां पत्रकारों से कहा कि समझौते के तहत इस कार्य के लिए एक संयुक्त उपक्रम बनाया जाएगा। देशभर में करीब 25 एकीकृत विकिरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे जिनमें से पहले चरण में सात केंद्र महाराष्ट्र में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह सात केंद्र सिंधदुर्ग, सतारा, सोलापुर, जेएनपीटी, जलाना, नापुर और पुणे में स्थापित होंगे। अन्य के बारे में अभी कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।