औरंगजेब को आतंकियों ने बीते गुरुवार की सुबह अगवा कर लिया था, जिसके बाद उनका गोलियों से छलनी शव पुलवामा से बरामद हुआ था.
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नई दिल्ली/जम्मू : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में भारतीय सेना के शहीद जवान औरंगजेब के पार्थिव शरीर को आज सम्मान के साथ सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. उनके पार्थिव शरीर को श्रीनगर की बादामी बाग छावनी स्थित 92 बेंस हॉस्पिटल में रखा गया है. भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक, मौसम साफ रहने पर शहीद जवान के पार्थिव शरीर को विमान के जरिये सुबह 10.30 बजे श्रीनगर से पुलवामा और फिर उनके गांव लाया जाएगा. औरंगजेब को आतंकियों ने बीते गुरुवार की सुबह अगवा कर लिया था, जिसके बाद उनका गोलियों से छलनी शव पुलवामा से बरामद हुआ था. वह ईद मनाने के लिए छुट्टी लेकर अपने घर जा रहे थे. औरंगजेब पुंछ जिले के रहने वाले थे. उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ के उमड़ने की संभावना है, लिहाजा सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
इससे पहले शुक्रवार को भारतीय सेना ने शहीद जवान औरंगजेब को श्रद्धांजलि दी. उनके ही जवान मनवेंद्र सिंह को भी श्रद्धांजलि दी गई, जो बांदीपुरा जिले के पनार जंगलों में जारी एक सैन्य कार्रवाई के दौरान शहीद हो गए थे. बादामीबाग छावनी में आयोजित विधिपूर्ण श्रद्धांजलि कार्यक्रम में चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट और सभी रैंक के सैन्यकर्मियों ने गौरवान्वित राष्ट्र की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि दी. अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रतिनिधि भी उनके अंतिम संस्कार की प्रार्थना में शामिल हुए.
आतंकियों द्वारा राइफलमैन औरंगजेब की हत्या किए जाने की चौतरफा निंदा हो रही है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने भी सेना के जवान की आतंकवादियों द्वारा कथित हत्या को ‘‘कायर आतंकवादियों की हताशा’’ बताते हुए कहा है कि ‘‘हमारे प्रत्येक शहीद सैनिक की जगह एक हजार और खड़े हो जाएंगे.’’
सेना से रिटायर पिता का छलका दर्द
औरंगजेब के पिता ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "आतंकवादियों ने मेरे बेटे को अगवा कर लिया. कश्मीर से आतंकियों का 2003 से सफाया नहीं हो सका. जालिमों ने मेरे बेटे को नहीं आने दिया. श्रीनगर के अंदर जो भी नेता लोग बैठे हैं उनको बाहर निकाला जाए. मैं मोदी जी को 72 घंटे देता हूं नहीं तो मैं खुद बदला लेने को तैयार हूं. हम इंडियन आर्मी देश के लिए जान कुर्बान करते हैं, लेकिन हमारे लिए कुछ नहीं है."
औरंगजेब के चाचा को भी आतंकियों ने मारा था
यहां आपको यह भी बता दें कि औरंगजेब के चाचा को भी 2004 में आतंकवादियों ने मार डाला था. औरंगजेब के कुल 6 भाई हैं (औरंगजेब और एक भाई सेना में, जबकि बाकी चार पढ़ रहे हैं). औरंगजेब के पिता खुद सेना से रिटायर हुए हैं.
औरंगजेब की हत्या के मामले में एक वीडियो सामने आया
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को ही औरंगजेब की हत्या के मामले में एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में आतंकियों और सेना के जवान औरंगजेब के बीच बातचीत को साफ सुना जा सकता है. वीडियो में आतंकियों ने औरंगजेब को एक पेड़ के नीचे बैठा रखा है और उससे सवाल पूछ रहे है. वीडियो में किसी आतंकी का चेहरा तो नहीं दिख रहा है लेकिन सेना के जवान औरंगजेब के साथ हुई बातचीत में आतंकी की आवाज एकदम साफ सुनाई दे रही है. इस वीडियो में आतंकियों ने राइफलमैन औरंगजेब से उसके पिता का नाम, घर और किसी एनकाउंटर के दौरान उसके शामिल होने को लेकर सवाल पूछे. वीडियो में आतंकी भारतीय सेना के राइफलमैन औरंगजेब से पूछते दिख रहे हैं कि क्या वह मेजर शुक्ला की टीम में शामिल था? आपको बता दें कि मेजर शुक्ला की टीम ने ही आतंकी समीर टाइगर का एनकाउंटर किया था.
आतंकियों ने सेना के जवान औरंगजेब से क्या-क्या पूछा...
आतंकी - क्या नाम है तेरा
औरंगजेब- औरंगजेब
आतंकी-बाप का नाम?
औरंगजेब- मोहमम्मद हनीफ
आतंकी-कहां रहते हो
औरंगजेब-पूंछ
आतंकी-ड्यटी किधर है
औरंगजेब-पुलवामा
औरंगजेब-सिपाही हूं...पोस्ट पर ड्यूटी करता हूं
आतंकी -शुक्ला का गार्ड है मतलब तू
आतंकी-उसके साथ में सिविल में तू ही आता है ना
औरंगजेब-हां
आतंकी -मोहम्मद, वसीम और तल्हा भाई के एनकाउंटर में तूने ही किया था
आतंकी -तूने ही बिगाड़ा था जिस्म को
औरंगजेब-नहीं मेरे हाथ में लगी थी
आतंकी -क्या लगी थी
औरंगजेब-मेरा हाथ टूट गया था
आतंकी -उनके लाश की बेहूरमती किसने की थी
औरंगजेब—फायर से हुआ था
आतंकी- तीनों की बेहूरमती की थी
औरंगजेब- जी हां फायर किया था
आतंकी--आतंकी शहीद होने के बाद ?
औरंगजेब-हां