कश्मीर में भीड़ ने सेना के शिविर में घुसने का प्रयास किया; कर्फ्यू जारी, अब तक 42 मरे
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कश्मीर में भीड़ ने सेना के शिविर में घुसने का प्रयास किया; कर्फ्यू जारी, अब तक 42 मरे

बांदीपुरा जिले में रविवार को एक भीड़ ने सेना के एक शिविर में घुसने का प्रयास किया जिसके कारण कर्फ्यूग्रस्‍त कश्मीर में दिन में बनी शांति भंग हो गई। इस बीच केंद्र ने घाटी में सीआरपीएफ के दो हजार अतिरिक्त जवानों को भेजा है जहां नौ जुलाई से जारी हिंसा में अब तक 42 लोग मारे जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार, कश्‍मीर में सोमवार को भी कर्फ्यू जारी है।

फाइल फोटो

श्रीनगर : बांदीपुरा जिले में रविवार को एक भीड़ ने सेना के एक शिविर में घुसने का प्रयास किया जिसके कारण कर्फ्यूग्रस्‍त कश्मीर में दिन में बनी शांति भंग हो गई। इस बीच केंद्र ने घाटी में सीआरपीएफ के दो हजार अतिरिक्त जवानों को भेजा है जहां नौ जुलाई से जारी हिंसा में अब तक 42 लोग मारे जा चुके हैं। जानकारी के अनुसार, कश्‍मीर में सोमवार को भी कर्फ्यू जारी है।

पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने बांदीपुरा जिले में अजस के पास सेना के शिविर पर हमला किया जिसके कारण सुरक्षा बलों को गोलियां चलाने पर मजबूर होना पड़ा। इस घटना में तीन लोग घायल हो गए। इस बीच क्षेत्र में लगातार कर्फ्यू जारी है। घाटी में नौ दिनों पहले हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी के मुठभेड़ में माने जाने के बाद घाटी में हिंसक झड़पों के कारण सामान्य जीवन काफी प्रभावित हुआ है। हिंसा के दौरान अब तक 39 लोग मारे जा चुके हैं और 3160 लोग घायल हुए हैं।

शहर के ईदगाह क्षेत्र में पत्थर फेंक रही भीड़ पर सुरक्षा बलों की कार्रवाई में दो लोग घायल हुए हैं।इससे पहले बांदीपुरा के विधायक उस्मान अब्दुल माजिद ने दावा किया था कि झड़प के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य घायल हुए। ताजा हिंसा से पहले कफ्र्यूग्रस्त कश्मीर में आज दिन में स्थिति आमतौर पर शांतिपूर्ण थी। मोबाइल टेलीफोन सेवाओं पर पाबंदी लगाने के बाद प्रशासन ने अब लैंडलाइन कनेक्शन पर रोक लगा दी है ताकि हिंसक प्रदर्शन पर लगाम लगाया जा सके।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कश्मीर घाटी के सभी 10 जिलों में कानून एवं व्यवस्था बनाये रखने के लिए एहतियात के तौर कफ्र्यू जारी रखने का निर्णय किया गया है। अधिकारी ने बताया कि निषेधाज्ञा को सख्ती से लागू करने के काफी तादात में पुलिस एवं अर्धसैनिक बलों को पूरी घाटी में तैनात किया गया है। उन्होंने बताया कि 20 नयी कंपनियों को घाटी में भेजा गया है जिसमें प्रत्येक में 100-100 जवान हैं। यह सीआरपीएफ के 2800 कर्मियों के अलावा होगी जिन्हें पिछले सप्ताह राज्य पुलिस की मदद के लिए भेजा गया था।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों के काफिले की आबाजाही सुनिश्चित करने के लिए विशेष तौर पर कुछ नयी युनिट को तैनाम किया गया है। उग्रवाद निरोधक कार्यो के हिस्से के तौर पर राज्य में पहले ही 60 बटालियन तैनात हैं जिनमें प्रत्येक में 1000-1000 जवान हैं। बहरहाल, रैनावाडी क्षेत्र में शाम को पैलेट बुलेट लगने से एक युवक घायल हो गया। कुपवाडा, बांदीपुरा और उत्तरी कश्मीर में कल लैंडलाइन कनेक्शन का संचालन अवरूद्ध कर दिया गया। उपभोक्ता अपने जिले से बाहर कोई फोनकॉल नहीं कर सकते थे। जबकि पिछले आठ दिनों से बीएसएनएल को छोड़कर मोबाइल टेलीफोन सेवा पूरे कश्मीर में निलंबित है। पूरे घाटी में ब्राडबैंड इंटरनेट सेवा में कटौती की गई है। कश्मीर में आज दूसरे दिन समचारपत्र स्टैंड पर नहीं पहुंच सके। इससे पहले शुक्रवार की रात को मीडिया हाउस के प्रिंटिंग प्रेस पर छापे मारे गए थे। राज्य सरकार ने आज घाटी में स्कूलों और कालेजों की गर्मियों की छुट्टियों की अवधि को एक सप्ताह के लिए बढ़ा दिया।

17 दिनों की छुट्टियों के बाद कल से शैक्षणिक संस्थाओं को खुलना था जो अब 25 जुलाई से खुलेंगे।

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