जानें महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने वाले प्रकाश अंबेडकर कौन हैं?
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जानें महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने वाले प्रकाश अंबेडकर कौन हैं?

भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ से जुड़े कार्यक्रम के बाद भड़की हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने वाले प्रकाश अंबेडकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं. ट्विटर पर #PrakashAmbedkar ट्रेंड कर रहा है. 

 प्रकाश अंबेडकर पेश से वकील रहे हैं. वह भारीपा बहुजन महासंघ (बीबीएम) के नेता हैं. (फोटो साभार - डीएनए)

मुंबई : भीमा कोरेगांव की लड़ाई की 200वीं वर्षगांठ से जुड़े कार्यक्रम के बाद भड़की हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र बंद का आह्वान करने वाले प्रकाश अंबेडकर लगातार चर्चा में बने हुए हैं. ट्विटर पर #PrakashAmbedkar ट्रेंड कर रहा है. बता दें प्रकाश अंबेडकर ने राज्य सरकार पर 1 जनवरी को पुणे जिले के भीमा कोरेगांव गांव में हिंसा रोकने में ‘विफल’ रहने का आरोप लगाते हुए 3 जनवरी को बंद का आह्वान किया था. बुधवार शाम को प्रकाश ने बंद वापस लेने की घोषणा कर दी. उन्होंने दावा किया कि बंद शांतिपूर्ण रहा. एक नजर प्रकाश अंबेडकर ेक जीवन पर. 

  1. प्रकाश अंबेडकर भारत रत्न बी.आर. अंबेडकर के पोते हैं
  2. प्रकाश अंबेडकर भारीपा बहुजन महासंघ (बीबीएम) के नेता हैं
  3. प्रकाश अंबेडकर का जन्म 10 मई, 1954 को मुंबई में हुआ था

प्रकाश अंबेडकर पेश से वकील रहे हैं. वह भारीपा बहुजन महासंघ (बीबीएम) के नेता हैं. प्रकाश भारत रत्न बी.आर. अंबेडकर के पोते हैं. प्रकाश अंबेडकर का जन्म 10 मई, 1954 को मुंबई में हुआ था. उनके पिता का नाम यशवंत भीमराव अंबेडकर था और मां का नाम मीरा यशवंत अंबेडकर था.  प्रकाश अम्बेडकर ने St.Stanislaus हाई स्कूल और सिद्धार्थ कॉलेज, मुंबई से शिक्षा हासिल की. प्रकाश के छोटेभाई आनंदराज अंबेडकर भी राजनीति में हैं और रिपब्लिकन सेना नाम की पॉलिटिकल पार्टी से जुड़े हुए हैं. 

यह भी पढ़ें : प्रकाश अंबेडकर ने महाराष्ट्र बंद वापस लेने की घोषणा की, रेल-सड़क यातायात हुआ प्रभावित

प्रकाश दो बार अकोला संसदीय सीट से लोकसभा के लिए चुने गए थे. अकोला से पहली बार वह 1998 में 12वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे. इसके 1999 में उन्होंने फिर से अकोला सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीता. इससे पहले प्रकाश अंबेडकर राज्यसभा में भी रहे. प्रकाश 18 सितंबर 1990 से 17 सितंबर 1996 तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं. 1992 के बाद से प्रकाश किसानों, दलितों, ओबीसी मुद्दों से जुड़े कई आंदोलनों में शामिल रहे हैं. उन्होंने कई किताबे भी लिखी हैं. 

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