मैक्स अस्पताल के खिलाफ जुड़वां बच्चों सहित अन्य मामलों में कथित चिकित्सकीय लापरवाही को लेकर कार्रवाई की गई है. जुड़वां बच्चों के मामले में मृत घोषित किये गए बच्चों में से एक जीवित पाया गया था.
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नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार (8 दिसंबर) को कहा कि उनकी सरकार निजी अस्पतालों द्वारा ‘खुली लूट और आपराधिक लापरवाही’ को बर्दाश्त नहीं करेगी. शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द किये जाने के कुछ देर बाद उन्होंने यह बात कही. केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों को लेकर ‘बहुत संवेदनशील’ है. दिल्ली सरकार ने कथित चिकित्सकीय लापरवाही को लेकर शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया.
शहर के इस प्रतिष्ठित अस्पताल के खिलाफ जुड़वां बच्चों सहित अन्य मामलों में कथित चिकित्सकीय लापरवाही को लेकर कार्रवाई की गई है. जुड़वां बच्चों के मामले में मृत घोषित किये गए बच्चों में से एक जीवित पाया गया था. केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘हम हालांकि निजी अस्पतालों के दैनिक कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते हैं फिर भी किसी अस्पताल की खुली लूट या आपराधिक लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हम ऐसे मामलों में कठोर फैसले लेने से नहीं हिचकेंगे.’’
Whereas we don’t wish to interfere in day to day functioning of pvt hospitals, however, open loot or criminal negligence by any hospital won’t be tolerated. We won’t hesitate to take strongest action in such cases
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 8, 2017
इससे पहले संवाददाताओं से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में हम बहुत संवेदनशील हैं. हमने शिक्षा से संबंधित सरकारी क्षेत्र में अच्छे कार्य किये और निजी स्कूलों को मनमाने ढंग से फी का ढांचा तैयार करने से रोका.’’ उसी प्रकार सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी अच्छा काम कर रही है.
नवजात की मौत: आईएमए ने कहा, मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करना 'बहुत कठोर कदम'
वहीं दूसरी ओर भारतीय चिकित्सा संघ (आईएमए) ने शुक्रवार (8 दिसंबर) को दिल्ली सरकार द्वारा शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द करने को ‘बहुत कठोर कदम’ बताया और कहा कि जांच में ‘दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ’ कार्रवाई शुरू होनी चाहिए. आईएमए के अध्यक्ष और हृदय रोग विशेषज्ञ के के अग्रवाल ने कहा कि सरकार का फैसला ‘समाज के हित में नहीं’ है. उन्होंने कहा, ‘मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि यह गलत है. सरकार ने गलत फैसला किया है... एक डॉक्टर के स्तर की गलती के लिए अस्पताल का लाइसेंस रद्द नहीं किया जा सकता.’
दिल्ली: जीवित नवजात को मृत बताने वाले मैक्स अस्पताल का लाइसेंस रद्द
दिल्ली सरकार द्वारा इस संबंध में घोषणा के कुछ घंटे बाद जारी बयान में आईएमए ने कहा कि यह ‘बहुत कठोर कदम’ है और दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. आईएमए प्रमुख ने कहा, ‘हम मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल द्वारा की गई गलती का समर्थन नहीं कर रहे हैं. हालांकि लाइसेंस रद्द करना बहुत कठोर कदम है. दिल्ली चिकित्सा परिषद द्वारा जांच के बाद दोषी पाए गए लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.’ उन्होंने कहा, ‘एम्स और सफदरजंग अस्पताल जैसे शीर्ष सरकारी अस्पतालों में भी गलतियां होती हैं.’ उन्होंने कहा, ‘अगर सरकार इस तरह से अस्पतालों के लाइसेंस रद्द करना शुरू करेगी तो सभी अस्पताल बंद करने पड़ेंगे.’
(इनपुट एजेंसी से भी)