फर्रुखाबाद में बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रम पर छापेमारी, दरवाजे खुलवाने में छूटे पसीने
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फर्रुखाबाद में बाबा वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रम पर छापेमारी, दरवाजे खुलवाने में छूटे पसीने

पुलिस ने भारी पुलिस बल के साथ दीक्षित के सिकत्तरबाग एवं कम्पिल के आश्रमों पर छापेमारी की, कम्पिल में 40 और सिकत्तरबाग आश्रम में आठ संवासिनियां मिलीं. 

फाइल फोटो

फर्रुखाबाद: दिल्ली में वीरेन्द्र देव दीक्षित के आध्यात्मिक विश्वविद्यालय पर लगे गम्भीर आरोपों के बाद स्थानीय पुलिस ने उनके दो आश्रमों पर शनिवार को छापेमारी की. पुलिस ने बताया कि अधिकारियों ने भारी पुलिस बल के साथ दीक्षित के सिकत्तरबाग एवं कम्पिल के आश्रमों पर छापेमारी की. कम्पिल में 40 और सिकत्तरबाग आश्रम में आठ संवासिनियां मिलीं. अपर पुलिस अधीक्षक त्रिभुवन सिंह और क्षेत्राधिकारी (नगर) शरद चन्द्र शर्मा ने सिकत्तरबाग स्थित आश्रम में आज सुबह सात बजे भारी पुलिस बल के साथ छापा मारा किन्तु आश्रम के दरवाजे नहीं खोले गए.

पुलिस के अनुसार दो घंटे की मशक्कत के बाद पड़ोस के मकानों की छत से पुलिस को दरवाजा खुलवाने में सफलता प्राप्त हुई. संवा​सिनियों ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि पहले सर्च वारण्ट दिखाओ, फिर दरवाजा खोला जाएगा. उन्होंने बताया कि काफी मशक्कत के बाद पुलिस आश्रम में दाखिल हो पाई. आश्रम में आठ संवासिनियां मिलीं जिनसे पुलिस की तीखी झड़प हुई. पुलिस नाबालिग संवासिनी पूनम को अपने साथ ले गई है.

सिंह ने बताया कि सिकत्तरबाग आश्रम में मिली नाबालिग संवासिनी को मजिस्ट्रेट के सामने पेशकर उसके बयान कराए जाएंगे. पुलिस के मुताबिक कम्पिल आश्रम पर क्षेत्राधिकारी कायमगंज और एसडीएम ने पुलिस बल के साथ छापा मारा, जहां 40 संवासिनें मौजूद थीं. 

उधर, शनिवार को दिल्ली के रोहिणी इलाके में धर्म के नाम पर यौन शोषण करने वाले तथाकथित बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित के आश्रम से शनिवार (23 दिसंबर) को भी पुलिस ने कई लड़कियों को रिहा करवाया. इससे पहले इस आश्रम से करीब 41 लड़कियों को छुड़ाया गया है. रोहिणी के विजय विहार में खुद को बाबा बताने वाला वीरेंद्र देव दीक्षित आध्यात्मिक विश्वविद्यालय नाम से एक आश्रम चला रहा था. कई लोगों ने आरोप लगाया था कि बाबा यहां बंधक बना कर रखी गईं कम उम्र लड़कियों को दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न का शिकार बनाता रहा है. गुरुवार को हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त टीम ने 9 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया था जिसके इस दौरान 41 लड़कियों को वहां से मुक्त कराया गया. 

शुक्रवार को दिल्ली हाईकोर्ट में हुई इस मामले की सुनवाई में कोर्ट एक बार फिर वीरेंद्र देव दीक्षित को लेकर नाराज नजर आई. कोर्ट ने कहा है कि अगर आश्रम के संचालक वीरेंद्र देव दीक्षित के बारे में जानकारी नहीं पेश की गई तो वारंट जारी कर दिया जाएगा. कोर्ट ने इसके साथ ही दीक्षित के सभी 8 आश्रमों की लिस्ट भी मांगी है.

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