नवरात्रि के दौरान नौ दिन व्रत रखना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. हालांकि, व्रत के दौरान संतुलित आहार क्या है और उसे कब खाया जाए, यह जानना बेहद जरूरी है.
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नई दिल्ली: नवरात्रि के दौरान नौ दिन व्रत रखना आपकी सेहत के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. हालांकि, व्रत के दौरान संतुलित आहार क्या है और उसे कब खाया जाए, यह जानना बेहद जरूरी है. जानकारों के मुताबिक, व्रत रखने वालों को तला-भुना या तैलीय खाना नहीं खाना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से शरीर में कैलोरी की मात्रा बढ़ेगी जो आपके शरीर में चर्बी बढ़ा देगा. नवरात्रि के दौरान कुट्टू के आटे से बनी चीजें खाना आम है, लेकिन इसमें बहुत ज्यादा कैलोरी होती है. नवरात्रि के दौरान आलू को भी एक मुख्य सब्जी के रूप में देखा जाता है और इसे खाने का मतलब उच्च मात्रा में कार्बोहाइड्रेट की खपत है. लोगों को इन्हें कम से कम मात्रा में खाना चाहिए.
विशेषज्ञों के अनुसार, नियमित अंतराल पर थोड़ा-थोड़ा खाना, तरल या पेय चीजें लेते रहना और जरूरत से ज्यादा न खाना उपवास को स्वास्थ्यकर बनाने के मुख्य उपाय हैं. अगर लोग यही तरीके से व्रत रखें तो यह पूरी सेहत के लिए कमाल के साबित हो सकते हैं.
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व्रत के दौरान तले और प्रसंस्कृत उत्पादों से बचना चाहिए और ताजा फलों व जूस का सेवन करना चाहिए. उपवास अगर सही तरीके से किया जाए, तो यह अतिरिक्त चर्बी घटाने में एक कारगर व प्रभावी तरीका हो सकता है. व्रत रखने से हमारे पाचनतंत्र को आराम मिल सकता है, लेकिन व्रत को वजन घटाने का शॉर्टकट नहीं बनाना चाहिए, क्योंकि भूखे रहने से शरीर का चयापचय (मेटाबलिज्म) पर बुरा असर पड़ सकता है. नवरात्रि के दौरान कुछ व्रतधारी निर्जला उपवास भी रखते हैं.
गर्भवति महिलाएं रखें खास ख्याल
गर्भवती महिलाओं को कभी भी लंबी अवधि के लिए उपवास नहीं रखना चाहिए, क्योंकि भ्रूण के विकास के लिए उनके शरीर को ढेर सारे पोषक तत्वों की जरूरत होती है. व्रतधारी दही, घर में बना पनीर, मूंगफली, ताजा सब्जियों व फलों का जूस ले सकते हैं. पेय में वे लस्सी, नारियल पानी, घर में बने सूप, नींबू पानी और ग्रीन टी का चयन कर सकते हैं.