वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लव कुमार ने सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन में मीडिया को बताया कि थाना बिसरख क्षेत्र के गौड़ सिटी दो में रहने वाले व्यावसायी सौम्य अग्रवाल की पत्नी श्रीमती अंजली अग्रवाल (42 वर्ष) और उनकी बेटी मणिकर्णिका अग्रवाल (13 वर्ष) की निर्मम हत्या कर दी गई थी.
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नोएडा: नोएडा के थाना बिसरख क्षेत्र के गौड़ सिटी दो के एक फ्लैट में मां-बेटी की हत्या मामले में पकड़े गये नाबालिग बेटे ने अपना जुर्म कुबूल करते हुए कहा कि पढ़ाई के लिए डांटे जाने पर आक्रोश में आकर उसने अपनी मां और बहन की निर्मम हत्या कर दी थी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लव कुमार ने सूरजपुर स्थित पुलिस लाइन में मीडिया को बताया कि थाना बिसरख क्षेत्र के गौड़ सिटी दो में रहने वाले व्यावसायी सौम्य अग्रवाल की पत्नी श्रीमती अंजली अग्रवाल (42 वर्ष) और उनकी बेटी मणिकर्णिका अग्रवाल (13 वर्ष) की निर्मम हत्या कर दी गई थी. दोनों के शव बेड पर रजाई से ढंके हुए मिले थे. घटना स्थल से पुलिस ने खून से सना एक क्रिकेट बैट और खून से सने कुछ कपड़े भी बरामद किये थे. इस घटना के बाद से अग्रवाल का बेटा लापता था.आरोपी नाबालिग बेटा 11वीं कक्षा का छात्र है. सर्विलांस के माध्यम से पुलिस ने शुक्रवार को इसको वाराणसी से पकड़ लिया.
पढ़ाई के लिए पड़ी डांट
एसएसपी ने बताया कि परिजनों की मौजूदगी में पुलिस द्वारा पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह पढ़ाई में काफी कमजोर है जिसको लेकर अक्सर उसकी मां उसे डाटती थी. घटना वाले दिन वह घर में सोफे पर बैठ कर पढ़ रहा था कि उसकी मां ने उसे डाइनिंग टेबल पर बैठ कर पढ़ने को कहा. इस बात को लेकर मां-बेटे में विवाद हो गया तथा मां ने उसकी पिटाई कर दी इससे वह खासा कुंठित हो गया.
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बैट और कैंची से प्रहार
उन्होंने बताया कि रात्रि में जब अंजली और उसकी बेटी मणिकर्णिका बेडरूम में जाकर सो गई तो उसने उन पर बैट से उन पर कई प्रहार किये. इसके बाद गुस्साये प्रखर ने कैची व पिज्जा कटर से अपनी मां व बहन के सिर एवं चेहरे पर कई वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. इसके बाद प्रखर ने दोनों के शवों को रजाई से ढंक दिया. इसके बाद वह घर पर रखे हुए पैसे लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा. वहां से ट्रेन पकड़कर चंडीगढ़ पहुंचा और वहां से बस से शिमला चला गया. शिमला से वह फिर चंडीगढ़ वापस आया और रेलवे स्टेशन से रांची जाने वाली ट्रेन में बैठ गया. आठ दिसंबर की सुबह वह ट्रेन से मुगल सराय उतर गया और वहां से बनारस पहुंचा. वाराणसी में वह सड़क पर ही रहा, जहां उसे पुलिस ने अश्वमेघ घाट से पकड़ लिया. एसएसपी ने बताया कि प्रखर का इस समय मानसिक संतुलन ठीक नहीं है.
वीडियो गेम खेलने की आदत
एसएसपी ने बताया कि उसे अपने किए पर बहुत पछतावा है. और वह लगातार रो रहा है. एसएसपी ने बताया कि प्रखर को इस बात की हमेशा कुंठा रहती थी कि उसके मां-बाप उसकी बहन को ज्यादा प्यार करते हैं उसे कम प्यार करते हैं. उसके स्कूल के बच्चे भी उसका मजाक उड़ाते थे. उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि वह कुछ वीडियो गेम खेलता था. हाई स्कूल गैंगस्टर नामक गेम वह कई बार खेलता था. पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि कहीं उसने उस गेम को देखकर इस घटना को अंजाम तो नहीं दिया.
(इनपुट: भाषा)