पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में अपने डेली रुटीन के बाद बीएसएफ के जवान संजीव कुमार ने रिपोर्ट देते हुए 'मोदी कार्यक्रम' शब्द का प्रयोग किया, जिसके कारण उसकी 7 की सैलेरी कट गई.
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नई दिल्ली : पीएम मोदी के नाम के आगे 'माननीय' या 'श्री' ना लगाने के आरोप में बीएसएफ के जवान के खिलाफ हुई कार्रवाई पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की है. मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने बीएसएफ के डीजी से बात करते हुए सजा को वापस लेने की बात कही है. इसके साथ ही पीएम मोदी ने बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कमांडेंट अनूप लाल भगत को भविष्य में ऐसा नहीं करने की सलाह दी है.
बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर हुए नाराज
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक 21 फरवरी को अपने रोजाना के शेड्यूल के मुताबिक, सभी जवान महतपुर स्थित बीएसएफ के 15वें बटालियन के हेडक्वार्टर में जीरो परेड करने में लगे हुए थे. परेड खत्म होने के बाद रिपोर्ट देते हुए बीएसएफ जवान संजीव कुमार ने रिपोर्ट देते हुए मोदी कार्यक्रम शब्द का जिक्र किया. बीएसएफ जवान के मोदी के नाम के आगे श्री या माननीय ना लगाने से बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कमांडेंट अनूप लाल भगत गुस्सा हो गए और उन्होंने इसके खिलाफ एक्शन लेने की बात कही थी. बीएसएफ के जवान पर एक्शन लेते हुए शीर्ष अधिकारियों ने उनकी 7 दिन की सैलेरी काट ली थी.
बीएसएफ एक्ट की धारा 40 की तहत सजा
बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कमांडेंट अनूप लाल भगत की ओर से बीएसएफ जवान संजीव कुमार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की और उन्हें बीएसएफ एक्ट की धारा 40 के तहत दोषी पाया. दोषी पाए जाने के बाद भारतीय सेना के जवान की 7 दिन की सैलेरी काट ली गई.
सख्त और गैरजरूरी सजा-सैन्य अधिकारी
रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में सेना के कुछ अधिकारियों ने इसे थोड़ी सख्त और गैर जरूरी सजा बताया है. अधिकारियों का कहना है कि यह ऑफ द रिकॉर्ड बातचीत है जिसे बिना किसी अनुशासनात्मक कार्रवाई के भी निपटाया जा सकता था.