केरल: बलात्कार के आरोप में कांग्रेस विधायक गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए
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केरल: बलात्कार के आरोप में कांग्रेस विधायक गिरफ्तार, 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए

कोवलम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे और पहली बार विधायक बने एम विंसेंट पर निकटवर्ती बलरामपुर में एक गृहिणी से कथित दुष्कर्म, पीछा करने और उसे खुदकुशी के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया गया है.

इस गिरफ्तारी पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं को समान न्याय और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. (फाइल फोटो)

तिरुवनंतपुरम: केरल में एक कांग्रेस विधायक को एक महिला की शिकायत पर दुष्कर्म के आरोप में शनिवार (22 जुलाई) को गिरफ्तार कर लिया गया. बाद में विधायक को तिरुवनंतपुरम जिले के नेयत्तिनकरा की एक अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. कोवलम विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे और पहली बार विधायक बने एम विंसेंट पर निकटवर्ती बलरामपुर में एक गृहिणी से कथित दुष्कर्म, पीछा करने और उसे खुदकुशी के लिये उकसाने का मामला दर्ज किया गया है. विंसेंट ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को आधारहीन और ‘राजनीति से प्रेरित’ बताया. कोल्लम की पुलिस आयुक्त अजीता बेगम ने कहा, ‘मामले में विधायक को गिरफ्तार किया गया है.’ अजीता जांच दल की अगुवाई कर रही हैं.

यह मामला 19 जुलाई को सामने आया था. महिला के पति ने विधायक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. 51 वर्षीय महिला ने बेहद ज्यादा मात्रा में गोलियां खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की थी. महिला के पति ने शिकायत में आरोप लगाया था कि विधायक बार-बार उनकी पत्नी को फोन करते थे और परेशान करते थे. पुलिस ने कहा कि विधायक ने पिछले कुछ महीनों के दौरान महिला को 900 से ज्यादा फोन कॉल किए. बाद में महिला ने मजिस्ट्रेट और पुलिस के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था, जिसमें विधायक के खिलाफ दुष्कर्म जैसे गंभीर आरोप लगाए थे.

पुलिस ने विंसेंट से यहां विधायक हॉस्टल में तीन घंटे से ज्यादा वक्त तक पूछताछ की, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस गिरफ्तारी पर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं को समान न्याय और सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने दिल्ली में पत्रकारों से कहा, ‘सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि आरोपी, चाहे कितना भी रसूखदार क्यों न हो उसे वह सजा मिले जिसका वह हकदार है.’ इस कदम से विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि यह मामला विधानसभा सत्र से बमुश्किल एक हफ्ते पहले सामने आया है. विपक्ष के नेता रमेश चेन्नीथला और केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के पूर्व अध्यक्ष मुरलीधरन ने कहा कि मामले में पारदर्शी और निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है. विधायक ने शनिवार (22 जुलाई) को एक स्थानीय अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की थी.

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