बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में सीमा के दूसरी ओर एक जवान की मौत हो गई, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने यह कार्रवाई रोकने की अपील की थी.
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जम्मू: पाकिस्तानी रेंजर्स ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास एक बार फिर बिना उकसावे के गोलीबारी शुरू कर दी. इससे कुछ घंटे पहले ही उन्होंने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से गोलीबारी रोकने की ‘अपील’ की थी. बीएसएफ की जवाबी कार्रवाई में सीमा के दूसरी ओर एक जवान की मौत हो गई, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने यह कार्रवाई रोकने की अपील की थी, लेकिन रामगढ़ सेक्टर के नयनपुरा में रात करीब साढ़े दस बजे पाकिस्तान की तरफ से छोटे हथियारों और फिर मोर्टार से बीएसएफ की अग्रिम चौकियों को निशाना बनाते हुए गोलीबारी की गई.
Pakistan opened small-arms firing in Ramgarh sector of Samba late last night, intermittent firing still underway #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) May 21, 2018
बीएसएफ ने 19 सेकंड का एक फुटेज जारी किया
अधिकारी ने नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर कहा कि सीमा पर तैनात बीएसएफ के जवानों ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया. इससे पहले बीएसएफ ने 19 सेकंड का एक थर्मल इमैजिनरी फुटेज भी जारी किया है, जिसमें बिना उकसावे के सीमा के दूसरी ओर से गोलीबारी किए जाने के बाद भारत की जवाबी कार्रवाई में एक पाकिस्तानी चौकी ध्वस्त नजर नजर आ रहा है.
पाक रेंजर्स ने बीएसएफ से फोन कर गोलीबारी रोकने को कहा
बल के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘(पाकिस्तानी) रेंजर्स ने जम्मू बीएसएफ फार्मेशन को आज (रविवार, 20 मई) फोन किया और गोलीबारी रोकने की अपील की.’’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना उकसावे के गोलीबारी और गोलाबारी की गई जिसके बाद उन्हें माकूल जवाब दिया गया. इस पर पाक रेंजर्स ने बीएसएफ से यह अपील की है. अधिकारी ने बताया कि पिछले तीन दिनों में पाकिस्तानी ठिकानों पर बीएसएफ के जवानों की जवाबी गोलीबारी में भारी नुकसान हुआ है. पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बिना किसी उकसावे के हुई गोलीबारी में बीएसएफ के दो जवान मारे गये थे.
इस साल गोलीबारी, गोलाबारी की 700 से अधिक घटनाएं
जम्मू क्षेत्र में सीमा पार से गोलीबारी की घटनाओं में कई आम नागरिकों की मौत हो गयी और कई घायल हो गये हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शनिवार (19 मई) को संपन्न जम्मू कश्मीर दौरे के मद्देनजर इन घटनाओं में तेजी आई है.
वैसे भी जम्मू कश्मीर में इस साल अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और गोलाबारी की घटनाओं में वृद्धि हुई है. सीमा पार से गोलीबारी और गोलाबारी की हुई 700 से अधिक घटनाओं में 18 सुरक्षा कर्मियों सहित 38 लोग मारे गए तथा कई घायल हो गए.