पठानकोट हमले के चौथे दिन गोलीबारी थमी, सर्च ऑपरेशन अभी जारी
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पठानकोट हमले के चौथे दिन गोलीबारी थमी, सर्च ऑपरेशन अभी जारी

पंबाज के पठानकोट में भारतीय वायुसेना स्टेशन में घुसे आतंकियों के खिलाफ अभियान के चौथे दिन मंगलवार सुबह बंदूकें तो खामोश रहीं लेकिन सुरक्षाकर्मी इस प्रतिष्ठान की पूरी छानबीन के लिए खोजी एवं तलाशी अभियानों में जुटे रहे। एयरबेस पर हमला शनिवार तड़के किया गया था। वहीं, रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर आज वायुसेना और थलसेना प्रमुखों के साथ पठानकोट पहुंचे और वायुसेना अड्डे का दौरा किया।

पठानकोट हमले के चौथे दिन गोलीबारी थमी, सर्च ऑपरेशन अभी जारी

पठानकोट (पंजाब) : भारतीय वायुसेना स्टेशन में घुसे आतंकियों के खिलाफ अभियान के चौथे दिन मंगलवार सुबह बंदूकें तो खामोश रहीं लेकिन सुरक्षाकर्मी इस प्रतिष्ठान की पूरी छानबीन के लिए खोजी एवं तलाशी अभियानों में जुटे रहे। रक्षा सूत्रों ने कहा कि पंजाब स्थित एयरबेस पर गोलीबारी आज सुबह बंद हो गई। एयरबेस पर हमला शनिवार तड़के किया गया था। उन्होंने कहा कि रक्षा प्रतिष्ठान की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खोज एवं तलाशी अभियान जारी हैं। वहीं, रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर आज वायुसेना और थलसेना प्रमुखों के साथ पठानकोट पहुंचे और वायुसेना अड्डे का दौरा किया। जानकारी के अनुसार, पार्रिकर ने पूरे हालात का जायजा लिया।

वहीं, भारत ने इस हमले को लेकर पाकिस्‍तान को सबूत सौंपे हैं। उधर, एनआईए ने पंजाब के पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर हुए आतंकवादी हमले के पीछे की पूरी साजिश की जांच के लिए तीन मामले दर्ज किए और समझा जाता है कि पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले को अंजाम दिया है। एनएसजी ने दावा किया कि एयरबेस अब पूरी तरह सुरक्षित है। जानकारी के अनुसार, अब तक 6 आतंकी ढेर कर दिए गए हैं।

 

सुरक्षा बलों ने सोमवार को पठानकोट एयरबेस में मौजूद दो और पाकिस्तानी आतंकियों को मार गिराया था। सरकार का कहना है कि इस तरह कुल छह हमलावरों को निष्क्रिय किया जा चुका है। बहरहाल, यह स्प्ष्ट नहीं है कि हमला बोलने वाले सभी घुसपैठियों का सफाया हो चुका है कि नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण  जेटली ने कहा था कि चार आतंकियों के शव बरामद कर लिए गए हैं और बाकी दो आतंकियों के शव बरामद किए जाएंगे।

अधिकारियों द्वारा इन घुसपैठियों की संख्या छह बताई गई थी और जेटली द्वारा बताए गए आंकड़ों से प्रतीत होता है कि सभी आतंकी मारे जा चुके हैं। बहरहाल, सरकार में कोई भी यह कहने के लिए कल तैयार नहीं था कि बेस में और आतंकी नहीं हैं या फिर अभियान पूरा हो चुका है।

एनएसजी के महानिरीक्षक मेजर जनरल दुष्यंत सिंह ने कहा था कि खोज और तलाशी अभियान तब तक जारी रहेंगे, जब तक हम अड्डे को पूरी तरह सुरक्षित न बना लें। मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों सुषमा स्वराज और मनोहर पार्रिकर के साथ एनएससी की बैठक में शिरकत करने वाले जेटली ने कहा था कि वायुसैन्य अड्डे की सभी संपत्ति सुरक्षित है। जेटली ने कहा था कि सुरक्षा बलों ने आतंकियों को उसी स्थान पर सीमित कर दिया था, जहां से उन्होंने घुसपैठ की थी। उन्होंने इन आतंकियों को एयरबेस की संपत्ति से ‘पर्याप्त दूरी’ पर ही रोक दिया था।

इसी बीच पठानकोट हमले और अफगानिस्तान के मजार-ए-शरीफ स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले के मद्देनजर ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि अगले सप्ताह वार्ताओं के लिए विदेश सचिव जयशंकर की इस्लामाबाद यात्रा को टाल दिया जाएगा। ऐसी संभावना है कि दोनों देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अगले कुछ दिन में एक आपात बैठक कर सकते हैं और इसके बाद विदेश सचिव स्तर की वार्ता पर निर्णय लिया जाएगा।

रक्षा मंत्री मनोहर पार्रिकर ने वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा और थल सेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के साथ पठानकोट वायुसेना स्टेशन का आज दौरा किया जहां गत शनिवार को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था। तीनों ने पाकिस्तान की सीमा से करीब 35 किलोमीटर दूर स्थित सामरिक अड्डे का दोपहर में दौरा किया और सुरक्षा बलों द्वारा छह आतंकवादियों को मार गिराए जाने के बाद वहां जमीनी हालात का प्रत्यक्ष जायजा लिया। यह दौरा ऐसे समय पर होगा जब सरकार ने देश में सभी अहम रक्षा प्रतिष्ठानों में संभावित सुरक्षा खामियों का पता लगाने के लिए सुरक्षा परीक्षण का आदेश दिया है।

दूसरी ओर, पाकिस्तानी विदेश विभाग ने सोमवार रात एक बयान में कहा कि पाकिस्तान पठानकोट वायुसेना स्टेशन पर आतंकी हमले के संबंध में भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए ‘सुरागों’ पर काम कर रहा है। पठानकोट में ‘दुर्भाग्यपूर्ण आतंकी घटना’ पर भारत के लोगों और सरकार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम उन परिवारों का दुख समझते हैं जिन्होंने इस घटना में अपने प्रियजनों को खो दिया है क्योंकि पाकिस्तान खुद आतंकवाद का एक बड़ा पीड़ित है। बयान में कहा गया कि आतंकवाद से मुकाबला करने और इसे उखाड़ फेंकने की पाकिस्तान की प्रतिबद्धता के अनुरुप सरकार, भारत सरकार के संपर्क में है और उसके द्वारा उपलब्ध कराए गए सुरागों पर काम कर रही है। इसमें हालांकि भारत द्वारा उपलब्ध कराए गए ‘सुरागों’ का ब्योरा नहीं दिया गया।

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