मुसलमानों के पवित्र ग्रंथ कुरान (Quran) में ईसा मसीह (Jesus Christ), वर्जिन मैरी (Virgin Mary) और गेब्रियल का भी जिक्र है. इस्लाम की पवित्र किताब में ईसाई धर्म के संस्थापक जीसस क्राइस्ट का ईसा, वर्जिन मैरी का मरियम और गेब्रियल का जिब्राइल के नाम से जिक्र है. इसके अलावा ईसाइयों के पवित्र ग्रंथ बाइबिल के कुछ और चरित्रों जैसे- आदम, अब्राहम, नूह और मोसेस का उल्लेख भी कुरान में है. कुरान में मोसेस को मूसा और अब्राहम को इब्राहिम बताया गया है. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
बता दें कि जीसस क्राइस्ट (Jesus Christ) का अरबी नाम ईसा है. इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान में हजरत ईसा अलैहिस्सलाम का जिक्र किया गया है. इसका मतलब ईसाई धर्म के लोग जिन्हें ईसा मसीह कहते हैं, वो इस्लाम में हजरत ईसा के नाम से जाने जाते हैं. इस्लाम के मुताबिक, हजरत ईसा अल्लाह द्वारा मानव जाति के लिए भेजे गए पैगंबरों में से एक हैं. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
जान लें कि वर्जिन मैरी (Virgin Mary) या मरियम हजरत ईसा अथवा ईसा मसीह की मां हैं. ईसा मसीह के जन्म की बात सुनकर मरियम या वर्जिन मैरी कहती हैं कि मुझे किसी आदमी ने कभी नहीं छुआ तो किसी भी मां मैं कैसे बन सकती हूं? तो फरिश्ता उनसे कहता है कि अल्लाह चाहे तो यह मुमकिन है, वो करुणा और दया का संदेश देने के लिए पृथ्वी पर आएंगे. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
वर्जिन मैरी का अरबी भाषा में मरियम के नाम से संबोधन किया गया है. मुस्लिमों के पवित्र ग्रंथ कुरान में वर्जिन मैरी या मरियम पर पूरा एक चैप्टर है. कुरान के 9वें अध्याय में मरियम के बारे में बताया गया है. गौरतलब है कि 'न्यू टेस्टामेंट ऑफ द बाइबल' से अधिक कुरान में वर्जिन मैरी अथवा मरियम का जिक्र है. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
बता दें कि इस्लाम के मुताबिक, हजरत ईसा अथवा ईसा मसीह भी बाकी पैगंबरों की तरह मानव जाति के लिए संदेशों को लेकर धरती पर आए. कुरान में ईसा मसीह के संदेशों को 'इंजील' कहा गया है. कुरान के मुताबिक, अल्लाह द्वारा इंसानियत के लिए भेजे गए चार पवित्र ग्रंथों में से इंजील एक है. इनमें अन्य तीन कुरान, जबूर और तौरात हैं. इस्लामिक मान्यता अनुसार, हजरत ईसा या ईसा मसीह को नबी और पैगंबर माना गया है. (फोटो साभार: रॉयटर्स)
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