राफेल डील के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण के इंटरव्यू का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन होना चाहिए.
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नई दिल्ली: राफेल डील के मुद्दे पर वित्त मंत्री अरुण के इंटरव्यू का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि इस मामले में सच्चाई का पता लगाने के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन होना चाहिए. राहुल गांधी ने बुधवार को ट्वीट करके कहा, 'श्रीमान जेटली, ग्रेट राफेल रॉबरी की ओर देश का ध्यान एक बार फिर दिलाने के लिए धन्यवाद.'
दरअसल अरुण जेटली ने एक इंटरव्यू में राफेल डील पर विस्तार से चर्चा की थी और कहा था कि इस बारे में राहुल गांधी की समझ बहुत कम है. जेटली ने राफेल डील को लेकर राहुल गांधी के बारे में कहा, 'मैं लगभग 500 दे रहा था, आपने लगभग 1600 दिए हैं. यह तर्क दिया जा रहा है. यह दिखाता है कि उन्हें कितनी कम समझ है.'
दिया 24 घंटे का वक्त
इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि जेटली द्वारा राफेल डील के बारे में इतने विस्तार से चर्चा के कारण लोगों का ध्यान इस ओर खिंचेगा. उन्होंने लिखा, 'इस शंका के समाधान के लिए संयुक्त संसदीय समिति कैसी रहेगी? समस्या ये है कि आपके सुप्रीम लीडर अपने दोस्त को बचा रहे हैं, इसलिए ऐसा करना असुविधाजनक हो सकता है. पता कर लीजिए और मुझे 24 घंटे में बताइए. हम इंतजार कर रहे हैं.'
Mr Jaitley, thanks for bringing the nation’s attention back to the GREAT #RAFALE ROBBERY! How about a Joint Parliamentary Committee to sort it out? Problem is, your Supreme Leader is protecting his friend, so this may be inconvenient. Do check & revert in 24 hrs. We’re waiting!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 29, 2018
इससे पहले अरुण जेटली ने कहा था कि कई चरणों में बातचीत के बाद 2016 में राफेल डील पर अंतिम मुहर लगी थी. उन्होंने कहा कि भारतीय मुद्रा में गिरावट की वजह से सौदे की कीमत में बदलाव हुआ और दावा किया कि राफेल विमानों की कीमत बेसिक प्राइस से नौ प्रतिशत कम है. उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार की वजह से इस डील में करीब एक दशक की देरी हुई, जिसका सीधा असर राष्ट्रीय सुरक्षा पर पड़ा.