राजनाथ सिंह ने कहा, हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म होकर रहेगा
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राजनाथ सिंह ने कहा, हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म होकर रहेगा

सिंह ने कहा कि झारखंड में विकास की अपार संभावनाएं हैं और उसी को देखकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे अलग राज्य के रूप में गठित करने का निर्णय किया था.

झारखंड के दुमका में आयोजित 'गरीब कल्याण मेला' को संबोधित करते गृहमंत्री राजनाथ सिंह. (IANS/22 Sep, 2017)

दुमका (झारखंड): केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार (22 सितंबर) को यहां कहा कि हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म होकर रहेगा. झारखंड की रघुवर दास सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर आज यहां आयोजित रैली में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा, ‘‘नक्सली गरीबों के बच्चों को गुमराह कर उनके हाथ में बंदूक पकड़ा देते हैं. बड़े बड़े नक्सली नेता स्वयं ऐशो आराम की जिंदगी बिताते हैं और गरीब के बच्चों को बंदूक पकड़ाकर उन्हें जंगलो में भटकने को मजबूर करते हैं. कोई भी नक्सली नेता अपने बच्चों के हाथ में बंदूक नहीं पकड़ाता है. यह बहुत अफसोसजनक है और केन्द्र सरकार इसे खत्म करेगी. केन्द्र की मोदी सरकार हिन्दुस्तान की धरती से नक्सलवाद खत्म करने को प्रतिबद्ध है.’’

राजनाथ ने कहा कि नक्सली देश के गरीबों, आदिवासियों और दलितों का शोषण करते हैं और देश के विकास में बाधा उत्पन्न करते हैं लेकिन वर्तमान सरकार ऐसा नहीं चलने देगी. उन्होंने कहा कि सभी को हिंसा का रास्ता छोड़ना पड़ेगा लेकिन इस काम में सरकार को जनता का सहयोग भी चाहिए.

राजनाथ सिंह ने नक्सलियों को आत्समर्पण कर देश की मुख्यधारा में शामिल होने को कहा और कहा, ‘‘जो नक्सली आत्मसमर्पण करना चाहते हैं वह राज्यों की आत्मसमर्पण की नीति के अनुकूल आत्मसमर्पण कर सकते हैं जिस पर संबद्ध राज्य उनके मामलों के अनुसार विचार करेंगे. लेकिन हिंसा का रास्ता सभी को हर हाल में छोड़ना होगा. उन्होंने कहा, ‘‘हम पूरे झारखंड राज्य का विकास करना चाहते हैं लेकिन कुछ लोग इसमें बाधा उत्पन्न करना चाहते हैं. केन्द्र की मोदी सरकार देश से गरीबी मिटा देना चाहती है और इसके लिए कदम उठाये जा रहे हैं.’’

सिंह ने कहा कि झारखंड में विकास की अपार संभावनाएं हैं और उसी को देखकर तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे अलग राज्य के रूप में गठित करने का निर्णय किया था. उन्होंने कहा कि आज आंकड़े देखकर उन्हें बहुत खुशी होती है. झारखंड देश में सबसे तेजी से विकसित हो रहा है. राज्यों में दूसरे स्थान पर है और 8.6 प्रतिशत के विकास दर से वह विकास कर रहा है. उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह आशान्वित हैं कि आने वाले समय में 2019 तक राज्य में विकास दर दो अंकों में पहुंच जायेगा.

उन्होंने कहा, ‘‘यह बड़े सौभाग्य की बात है कि अब विदेशी निवेशक भी झारखंड आ रहे हैं और यहां निवेश को उत्सुक हैं. लेकिन यह सब यहां की सरकार के विकासोन्मुख नीतियों से ही संभव हो सकहा है. एक उदाहरण ही काफी है कि यहां व्यापार करने की सुगमता के लिए ऐसी नीतियां बनायी गयीं कि महज तीन वर्षों में झारखंड राज्य इस मामले में देश में 29वें स्थान से सातवें स्थान पर आ गया है.’’ झारखंड सरकार की प्रशंसा करते हुए सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास के करिश्माई नेतृत्व के चलते ही झारखंड इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है.

उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार राज्यों का तेजी से विकास करना चाहती है और इसी दृष्टि से उसने केन्द्रीय कोष से मिलने वाले धन में राज्यों का प्रतिशत 32 से बढ़ाकर 42 कर दिया है. इसके चलते चौदहवें वित्त आयोग में झारखंड को 13वें आयोग में मिले 55253 करोड़ रुपये के मुकाबले सवा लाख करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है. उन्होंने कहा कि तेजी से विकास के साथ साथ केन्द्र और राज्य सरकार ने कामकाजी पवित्रता भी बनाये रखी है और इसका प्रमाण है कि दोनों ही सरकारों पर किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार के लांछन नहीं लगे हैं. उन्होंने इस अवसर पर 3185 करोड़ रुपये की विकास योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया.

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