यज्ञ कुंडों के निर्माण के लिए देश के कोने-कोने से जल और मिट्टी लाई जाएगी. इसके लिए आज 'जल-मिट्टी रथ यात्रा' निकाली गई.
Trending Photos
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी दिल्ली में लाल किले के पास 'राष्ट्रीय रक्षा माहायज्ञ' करने जा रही है. इससे पहले यज्ञ कुंडों के निर्माण के लिए देश के कोने-कोने से जल और मिट्टी लाई जाएगी. इसके लिए आज 'जल-मिट्टी रथ यात्रा' निकाली गई. इंडिया गेट से गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
रथ यात्रा को रवाना करते हुए गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में रथ यात्राएं तो बहुत निकली हैं लेकिन यह अपने आप में असाधारण है. यह रथ यात्रा राष्ट्रहित में निकाली जा रहा है. राजनाथ सिंह ने इस मौके पर कहा कि हम दूसरे देशों में रहने वाले लोगों के दिलों में दहशत पैदा करने के लिए बलवान नहीं बनना चाहते हैं बल्कि हम विश्व गुरु बनना चाहते हैं.
Hum doosre deshon mein rehne wale logon ke dil mein dehshat paida karne ke liye balwan nahi banna chahte, hum vishva guru ban na chahte hain: HM Rajnath Singh. pic.twitter.com/vEufmdZIXl
— ANI (@ANI) February 14, 2018
उन्होंने कहा कि भारत पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है. कई विदेशी विद्वानों ने भारतीय संस्कृति की तारीफ की है. रथ यात्रा के जरिए देश की सीमाओं की मिट्टी और चार-धाम का जल लेकर आएंगे. हम देश की एकता और अखण्डता के लिए यह सब कर रहे हैं. हम पूरे विश्व के कल्याण के लिए भी काम करते हैं.
यह भी पढ़ें: रामराज्य रथ यात्रा की शुरुआत, 39 दिनों में 6 राज्यों से होकर गुजरेगी
108 यज्ञ कुंडों का निर्माण किया जाएगा
'राष्ट्रीय रक्षा माहायज्ञ' के लिए 108 यज्ञ कुंडों का निर्माण किया जाएगा. भाजपा की यह यात्रा देश सीमाओं से जाकर मिट्टी और जल इकट्ठा करेगी और इससे ही यज्ञ कुंड तैयार होगा. यज्ञ कुंड के लिए जम्मू-कश्मीर के बॉर्डर और डोकलाम से भी मिट्टी और जल लाया जाएगा. देश के प्रत्येक कोने से मिट्टी-जल इकट्ठा करने के बाद दिल्ली के लाल किले में भाजपा राष्ट्रीय रक्षा महायज्ञ का आयोजन करेगी.
यह भी पढ़ें: कोर्ट का फैसला आने के बाद ही बनेगा राम मंदिर, बाकी बातें हवाबाजी हैं: स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती
1111 ब्राह्मण 2.25 करोड़ मंत्रों का करेंगे उच्चारण
जानकारी के मुताबिक 108 महायज्ञ कुंड में 1111 ब्राह्मण 2.25 करोड़ मंत्रों का उच्चारण करेंगे. सूत्रों की मानें तो कई वर्षों बाद बड़े स्तर पर इस तरह के यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है.
पीएम और राष्ट्रपति भी आमंत्रित
देशभर के साधु-संतों के यज्ञ में हिस्सा लेने की संभावना जताई जा रही है. साथ ही आम जनता से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और नेताओं तक को आमंत्रित किया गया है.