पार्टी कुछ प्रवक्ताओं के नाम पर भी विचार कर सकती है. इस संबंध में पार्टी महासचिव अनिल जैन, अरूण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, पी. मुरलीधर राव, राम माधव को प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है.
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नई दिल्ली: 23 मार्च को राज्यसभा की 58 सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं. इन चुनावों के बाद बीजेपी को उम्मीद है कि ऊपरी सदन में 'कामकाजी बहुमत' प्राप्त हो जायेगा. अभी एनडीए का उच्च सदन में बहुमत नहीं है. ऐसे में केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए को उम्मीद है कि उच्च सदन में राजग के सदस्यों की संख्या में वृद्धि होगी.
यूपी की 10 सीटों पर नजर
बीजेपी को उत्तर प्रदेश में बहुत फायदा मिलने की उम्मीद है. वहां पार्टी को विधानसभा में जबर्दस्त बहुमत प्राप्त है. पार्टी को वहां 10 सीटों पर होने वाले चुनाव में 8 सीटें मिलने की उम्मीद है. अभी वहां से केवल एक सीट उसके पास है. ऐसा इसलिए क्योंकि 2014 के चुनावों में अपना दल और सुहेलदेव समाज पार्टी के साथ मिलकर बीजेपी ने 80 में से 73 सीटें जीती थीं और इस बार के राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 300 से ज्यादा सीटें हासिल कीं.
राज्यसभा चुनाव: UP में 10 में से 8 सीटों पर BJP का जीतना तय, पार्टी खोज रही चेहरे
अब बड़ा सवाल यह है कि पार्टी किन प्रत्याशियों को मैदान में उतारेगी. हालांकि सूत्रों के मुताबिक मनोहर पर्रिकर के इस्तीफे के बाद पार्टी यहां से बड़े नामों की तलाश कर रही है. मनोहर पर्रिकर यूपी से ही उच्च सदन गए थे लेकिन गोवा के सीएम बनने के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. हालांकि सूत्र यह भी कह रहे हैं कि पार्टी उच्च सदन के लिए स्थानीय नेताओं के नाम पर विचार कर सकती है.
विनय कटियार का कार्यकाल हो रहा खत्म
बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनय कटियार का कार्यकाल खत्म हो रहा है. उनको अगला कार्यकाल मिलेगा या नहीं, अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. सूत्रों के मुताबिक महासचिव अरुण सिंह और अनिल जैन, प्रवक्ता बिजय सोनकर शास्त्री, पिछड़ी जाति के सेल लीडर रमेश चंद्र रतन, अन्य पिछड़ा वर्ग मोर्चा के मुखिया दारा सिंह चौहान सरीखे नेता सूबे से राज्यसभा चुनाव की रेस में अहम उम्मीदवार हैं.
16 राज्यों की 58 राज्यसभा सीटों के लिए 23 मार्च को होगा मतदान
राजस्थान, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र
पार्टी नेताओं ने कहा कि राजस्थान से उसे तीन सीटें मिलेंगी. वहां से पार्टी के पास अभी एक सीट है. महाराष्ट्र में भाजपा और उसकी सहयोगी शिवसेना को छह सीटों पर होने वाले चुनाव में से चार सीटें मिलने की उम्मीद है. बिहार में राजग की संख्या में कमी आ सकती है. राज्य में छह सीटों पर होने वाले चुनाव में वह तीन सीट जीतने के प्रति ही आश्वस्त है. गुजरात में भी पार्टी दो सीट से अधिक पर जीत दर्ज करती नहीं दिख रही है.
बहुमत का गणित
भाजपा नेताओं का कहना है कि अगर चुनाव के बाद राजग सदस्यों के साथ अन्नाद्रमुक, बीजद, वाईएसआर जैसे मित्रवत दलों की संख्या को जोड़ दिया जाए तब उसे 245 सदस्यीय सदन में बहुमत प्राप्त हो जायेगा.
संभावित चेहरे
भाजपा ने अभी राज्यसभा के लिये अपने उम्मीदवारों के बारे में निर्णय नहीं किया है, हालांकि सूत्रों ने बताया कि पार्टी पदाधिकारियों को उच्च सदन में प्रवेश दिया जा सकता है. पार्टी कुछ प्रवक्ताओं के नाम पर भी विचार कर सकती है. इस संबंध में पार्टी महासचिव अनिल जैन, अरूण सिंह, कैलाश विजयवर्गीय, पी. मुरलीधर राव, राम माधव को प्रमुख दावेदारों के रूप में देखा जा रहा है.
23 मार्च को होंगे चुनाव
इस बीच चुनाव आयोग द्वारा घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार संसद के उच्च सदन की 16 राज्यों में खाली हो रही 58 सीटों के लिये निर्वाचन प्रक्रिया पांच मार्च को चुनाव अधिसूचना जारी होने के साथ शुरू होगी. इन सीटों पर चुनाव के लिये 23 मार्च को मतदान कराया जायेगा और उसी दिन मतगणना भी होगी.
इसी के साथ केरल से राज्यसभा की एक सीट के लिये उपचुनाव भी होगा. यह सीट जदयू सदस्य एमपी वीरेन्द्र कुमार के गत वर्ष 20 दिसंबर को इस्तीफे के कारण रिक्त हुई थी. आयोग द्वारा प्राप्त जानकारी के मुताबिक 13 राज्यों से 50 राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल आगामी दो अप्रैल को, दो राज्यों (उड़ीसा और राजस्थान) से छह राज्यसभा सदस्यों का कार्यकाल तीन अप्रैल और झारखंड से दो सदस्यों का कार्यकाल तीन मई को समाप्त हो रहा है.
इनमें उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक 10 सदस्यों का कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म हो रहा है. वहीं महाराष्ट्र और बिहार से छह-छह, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से पांच-पांच तथा गुजरात और कर्नाटक से चार चार सदस्यों का कार्यकाल इसी दिन पूरा होगा.
चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक नामांकन की अंतिम तिथि 12 मार्च तय की गई है. वहीं, नामांकन पत्रों की जांच 13 मार्च को होगी और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 15 मार्च है. मतदान 23 मार्च को सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक होगा और शाम पांच बजे मतगणना होगी.
आयोग ने स्पष्ट किया मतपत्रों के माध्यम से होने वाले मतदान के दौरान मतदाताओं को निर्वाचन केंद्र पर मौजूद निर्वाचन अधिकारी द्वारा खास पेन मुहैया कराया जायेगा. मतदाता सिर्फ इसी पेन से अपनी पसंद के उम्मीदवार को मत दे सकेंगे. किसी अन्य पेन के इस्तेमाल वाले मतपत्र को अमान्य श्रेणी में रखा जायेगा.