आईआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में होंगे देशभक्तिपूर्ण रॉक शो, विपक्ष ने उठाए सवाल
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आईआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में होंगे देशभक्तिपूर्ण रॉक शो, विपक्ष ने उठाए सवाल

केंद्रीय मानव संसाधन  विकास मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि देश के आईआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जल्द ही देशभक्ति के रॉक बैंड शुरू होंगे. 

इन कार्यक्रमों को अगले महीने संस्थानों में प्रस्तुत करने की योजना बनाई है.

नई दिल्‍ली : केंद्र सरकार एक बार फि‍र से देश भक्‍ति के मुद्दे पर सवालों के घेरे में है.  दरअसल केंद्रीय मानव संसाधन  विकास मंत्रालय ने निर्णय लिया है कि देश के आईआईटी और सेंट्रल यूनिवर्सिटी में जल्द ही देशभक्ति के रॉक बैंड शुरू होंगे. छात्रों को बहुत जल्द कैंपस में देशभक्ति से भरे गीत संगीत पर झूमने का मौका मिलेगा. मंत्रालय ने इन संस्थानों से म्यूजिक बैंड्स की मेजबानी करने को कहा है, जो वहां देशभक्तिपूर्ण कार्यक्रम ऑर्गेनाइज करेंगे. 'यह इंडिया का टाइम है' नाम के कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर सरकार ने कुछ खास बैंड निर्धारित किए हैं, जो देशभर के कैंपस में जाकर देशभक्तिपूर्ण कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. 

  1. भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल पूरा होने के जश्न में आयोजित किए जाएंगे
  2. 'यह इंडिया का टाइम है' नाम के कार्यक्रम के हिस्से के तौर पर बैंड निर्धारित किए
  3. एक निजी संस्था को यह काम दिया गया है, जिसने एक दर्जन बैंड की पहचान की है

यह प्रस्तुति खासकर बॉलीवुड के गानों पर होगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया ‘एक निजी मनोरंजन संस्था को यह काम दिया गया है, जिसने एक दर्जन के करीब रॉक बैंड की पहचान की है. वहीं इन कार्यक्रमों को अगले महीने कई संस्थानों में प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है.’ ये कार्यक्रम भारत की स्वतंत्रता के 70 साल और भारत छोड़ो आंदोलन के 75 साल पूरा होने के जश्न में आयोजित किए जाएंगे.

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ससे पहले इस महीने की शुरुआत में 70वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरकार ने सभी यूनिवर्सिटी और शैक्षणिक संस्थानों से कहा था कि वह छात्रों को स्वतंत्रता सेनानियों के स्मारक दिखाएं और शहीदों के घर लेकर जाएं. विश्वविद्यालयों और स्कूलों ने एक शपथ ग्रहण समारोह का भी आयोजन किया था, जिसमें शिक्षकों, छात्रों, गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने देश को 'आतंकवाद-मुक्त, जाति-मुक्त, भ्रष्टाचार-मुक्त, अस्वच्छता-मुक्त और गरीबी-मुक्त समाज' बनाने की प्रतिज्ञा ली थी.

औवेसी ने उठाए सवाल 
विपक्ष ने इस इवेंट पर सवाल उठाए हैं. एआईएमआईएम के चीफ और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, 'रॉक बैंड को आईआईटी में भेजने के पीछे सरकार का क्या मकसद है? मोदी सरकार अब तक लोगों का कुछ भला नहीं कर सकी है. यह स्टूडेंट्स को विभाजित करने की रणनीति है. आईआईटी इनोवेशन के लिए है ना की बैंड पार्टी के लिए. बता दें कि इसी महीने सरकार ने स्वतंत्रता दिवस पर युनिवर्सिटी और शिक्षण संस्थानों को स्वतंत्रता सेनानी और शहीद स्मारक ले जाने के निर्देश दिए थे.

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