नायडू कांग्रेस को वेंटिलेटर पर रख जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं: राजनाथ सिंह
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नायडू कांग्रेस को वेंटिलेटर पर रख जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं: राजनाथ सिंह

भाजपा नेता ने कहा कि देश में विपक्षी पार्टियों का एकमात्र एजेंडा 2019 में नरेंद्र मोदी को सत्ता प्राप्त करने से रोकना हो गया है. 

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह.(फाइल फोटो)

अमरावती: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू पर हमला बोलते हुए कहा कि वह कांग्रेस को ‘वेंटिलेटर पर’ जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं.  सिंह ने टीडीपी के सुप्रीमो को सलाह दी कि वह कांग्रेस की ‘चाल में फंसने’ से पहले उसके इतिहास को पढ़ें. गृहमंत्री ने कहा, “ कांग्रेस जिंदा नहीं बचने जा रही है, चंद्रबाबू.  संप्रग अब गैर निष्पादित आस्तियां : एनपीए : बन चुकी है. ” केंद्रीय गृह मंत्री ने गुंटूर के निकट रेड्डीपलेम में भाजपा के आंध्र प्रदेश के मुख्यालय का शिलान्यास करने के बाद एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए यह बातें कही.

सिंह ने कहा कि कांग्रेस अब जीवित नहीं बचने जा रही है. वह कांग्रेस के साथ टीडीपी  के गठजोड़ के प्रयासों की ओर इशारा कर रहे थे. उन्होंने कहा, “कांग्रेस की चाल में जो फंसा है, वह खत्म हो गया है. ’’ भाजपा नेता ने कहा कि देश में विपक्षी पार्टियों का एकमात्र एजेंडा 2019 में नरेंद्र मोदी को सत्ता प्राप्त करने से रोकना हो गया है.  विपक्ष मोदी की लोकप्रियता को पचाने में सक्षम नहीं है.  

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चंद्रबाबू नायडू ने कहा, 'लोग मोदी सरकार से नाराज हैं और वे एक विकल्प चुनेंगे'
आपको बता दें कि इससे पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए किसी चेहरे की घोषणा के बिना भी बीजेपी नीत एनडीए के लिए विपक्ष का एक विकल्प ‘‘स्वभाविक रूप से’ उभरेगा. बीजेपी के सहयोगी रहे नायडू ने केंद्र द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा देने से इनकार किए जाने के बाद इस साल की शुरुआत में एनडीए छोड़ दिया था. उन्होंने संयुक्त मोर्चा बनाने के लिए सभी विपक्षी दलों को साथ लाने की खातिर 'महत्वपूर्ण' भूमिका निभाने की पेशकश भी की.

नायडू ने कहा, 'एक विकल्प (मोर्चा) स्वाभाविक रूप से उभरेगा. लोग मोदी सरकार से नाराज हैं और वे एक विकल्प चुनेंगे.' नायडू के अनुसार 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले विपक्षी मोर्चे द्वारा प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का चयन नहीं किए जाने से उनकी संभावनाएं प्रभावित नहीं होंगी. उन्होंने कहा, ‘अगर चुनाव के पहले विपक्षी मोर्चे की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार तय नहीं होता है तो मुझे इसमें कोई समस्या नहीं दिखती .’ नायडू ने कहा, 'एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में, मैं काम करूंगा (विकल्प के लिए). निश्चित रूप से, मैं जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपनी भूमिका निभाऊंगा.

हम उन सभी पार्टियों को एक साथ लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे जो देशहित में काम करने की इच्छुक हैं.’ उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन बनाने के लिए विभिन्न पार्टियों के साथ बातचीत अब भी चल रही है. नायडू ने कहा,‘हाल ही में मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री (जेडीएस) से मुलाकात की. हम अन्य पार्टियों के साथ भी चर्चा कर रहे हैं.' उन्होंने हालांकि कोई ब्यौरा नहीं दिया.

उन्होंने कहा कि राजनीतिक गठबंधन रातोंरात नहीं बनते. अतीत में भी चुनाव-पूर्व और चुनाव के बाद गठबंधन 'एक अलग स्थिति और अलग-अलग समय में' बने. उन्होंने कहा कि कुछ पिछली स्थितियों में कोई भी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार की भविष्यवाणी नहीं कर सकता था.

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