मंगलवार की सुबह बेंगलुरु से मुंबई आ रही एयर इंडिया कि फ्लाइट में पूजा चिंचांकर का लास्ट वर्किंग डे था
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अमित कोटेचा, मुंबई: बचपन से एक मां अपने बच्चों को आगे बढ़ने का सपना देखती है. बच्चों की सफलता ही मां के लिए तोहफा होती है. लेकिन, जब बच्चे मां से एक कदम आगे निकल जाएं तो इसकी खुशी शब्दों में बयां नहीं की जा सकती. आज से 38 साल पहले जब पूजा चिंचांकर ने एयर होस्टेस के रूप में एयर इंडिया ज्वाइन किया था, तो उन्हें बिल्कुल अंदाजा नहीं रहा होगा कि रिटायरमेंट का दिन उनके लिए कितना यादगार बनने वाला है. उनके काम का अंतिम दिन यादगार किसी और ने नहीं बल्कि उनकी खुद की बेटी ही करेगी ऐसा तो उन्होंने बिलकुल भी नहीं सोचा होगा. मां-बेटी के बीच का यह अनमोल दृश्य देखकर फ्लाइट में बैठे मुसाफिरों के आंख में भी आंसू आ गए.
मां की आखिरी फ्लाइट में बेटी थी को-पायलट
31 जुलाई यानि मंगलवार की सुबह बेंगलुरु से मुंबई आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में पूजा चिंचांकर का लास्ट वर्किंग डे था. इस दिन वो चाहती थीं कि अपनी आखिरी फ्लाइट में वो अपनी पायलट बेटी अश्रिता चिंचांकर के साथ उड़ान भरें. उनकी बेटी ने उनका ये सपना पूरा कर दिया. बेंगलुरु से मुंबई की जिस एयर इंडिया फ्लाइट में पूजा ने एयर होस्टेस के रूप में अपना आखिरी सफर पूरा किया, उसी फ्लाइट में उनकी बेटी आश्रिता को-पायलट थीं. लेकिन पूजा कि खुशी यहीं खत्म नहीं होती. जैसे ही फ्लाइट लैंड हुई पायलट परेश नेरुरकर ने एक घोषणा की कि आज के उनके सबसे सीनियर एयर होस्टेस का आखिरी दिन था और अब आगे उनकी विरासत उनकी बेटी आश्रिता ले जाएंगी. यह सुनकर मुसाफिरों की आंखों में आंसू आ गए और उन्होंने पूजा को पोस्ट रिटायरमेंट जिंदगी के लिए बधाई भी दी. लोगों से इतना प्यार मिलता देख पूजा भी इमोशनल हो गई थी.
17 साल की उम्र में बेटी को पता चला था अपना मां का ये सपना
जब जी मीडिया की टीम ने पूजा और आश्रिता से बात की और दोनों के अटूट और अमूल्य रिश्ते के राज के बारे में जानने की कोशिश की तो पता चला कि पूजा पहले से ही अपनी मां का यह सपना पूरा करना चाहती थी. पूजा ने कहा आश्रिता जब 17 साल की थी तब उसने अपनी बेटी से कहा था कि वो अपनी बेटी के साथ एक ही फ्लाइट में काम करना चाहती है. यह कहकर पूजा तो सब भूल गई थी मगर आश्रिता ने अपनी मां का सपना पूरा करने की ठान रखी थी. केवल 2 दिनों में उसने पूरा रिसर्च किया और पता लगाया कि वो किस तरह से अपनी मां का सपना पूरा कर सकती है.
बेटी की पहली फ्लाइट पर मां ने भी काटा था केक
वहीं दूसरी ओर आश्रिता का अपनी मां के साथ सबसे यादगार लम्हा भी इसी एयर इंडिया की फ्लाइट को लेकर है. आश्रिता जब अपनी सबसे पहली फ्लाइट में उड़ान भर रही थीं तभी पूजा उस फ्लाइट में एयरहोस्टेस थी. फ्लाइट लैंड होते ही पूजा ने अपनी बेटी के लिए केक तक कट किया था. आश्रिता ने जब अपनी मां का फ्लाइट में फेयरवेल किया तब उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'मैं अपनी सबसे महत्वपूर्ण फ्लाइट की पायलट बनकर काफी गर्व महसूस कर रही हूं. 38 साल तक एयर इंडिया के सर्विस में रहीं मेरी मां का सपना था कि मैं उनकी आखिरी फ्लाइट पर पायलट करूं. उनके रिटायरमेंट के बाद मैं उनकी विरासत को आगे ले जाऊंगी.' उनके इस ट्वीट को एयर इंडिया, पूर्व सिविल एविएशन मंत्री प्रफुल पटेल और मौजूदा सिविल एविएशन मंत्री जयंत सिन्हा जैसे नामचीन लोगों ने रीट्वीट किया और केवल एक दिन में आश्रिता और पूजा के बीच का यह रिश्ता सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.