अटल जी की अस्थियों का विसर्जन देश भर की नदियों में होगा, इसकी शुरुअात रविवार को हरिद्वार से होगी.
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नई दिल्ली : पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां देश भर की कई नदियों में विसर्जित की जाएंगी और इसकी शुरुआत आज यानी रविवार को हरिद्वार में गंगा नदी में उनकी अस्थियों के विसर्जन के साथ होगी. इसके लिए रविवार सुबह उनकी दत्तक पुत्री नमिता कौल स्मृति स्थल पर उनकी अस्थियां एकत्र करने पहुंचीं. उनके अस्थि विसर्जन के दौरान गृह मंंत्री राजनाथ सिंंह समेेत बड़े नेता मौजूद रहेंगे.
Three urns carrying ashes of former prime minister #AtalBihariVajpayee collected from Delhi's Smriti Sthal; the ashes will be taken to Prem Ashram, then to Har-ki-Pauri in Uttarakhand's Haridwar for immersion. Home Minister Rajnath Singh will be present during immersion of ashes pic.twitter.com/MTT8Jai4wX
— ANI (@ANI) August 19, 2018
बीजेपी नेता भूपेन्द्र यादव ने शनिवार को बताया कि पवित्र शहर में रविवार को होने वाले विसर्जन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्रियों और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह सहित अन्य नेता शामिल होंगे.
Late #AtalBihariVajpayee's daughter Namita and granddaughter Niharika arrive at Smriti Sthal in Delhi to collect ashes of the former prime minister pic.twitter.com/l9WOZCx6U7
— ANI (@ANI) August 19, 2018
पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां पहले प्रेम आश्रम ले जाई जाएंगी. फिर सड़क मार्ग से इन्हें हरिद्वार पहुंचाया जाएगा. इसके बाद जुलूस शांति कुंज आश्रम हरिद्वार से शुरू होगा और पांच किलोमीटर की यात्रा तय कर हर की पौड़ी घाट पहुंचेगा जहां अस्थियों का विसर्जन किया जाएगा. स्वतंत्र भारत के करिश्माई नेताओं में शामिल वाजपेयी जी का निधन गुरुवार को 93 वर्ष की उम्र में हो गया था. नई दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर शुक्रवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया था.
20 अगस्त को सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
यादव ने कहा कि बीजेपी के कद्दावर नेता रहे वाजपेयी जी के लिए 20 अगस्त को दिल्ली में एक सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा और इसी तरह की एक और सभा का आयोजन 23 अगस्त को लखनऊ में होगा. उन्होंने कहा कि लखनऊ की सभा में गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा वाजपेयी के रिश्तेदार भी शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां वहां गोमती नदी में भी विसर्जित की जाएंगी.
विभिन्न नदियों में होगा विसर्जन
यादव ने कहा कि दिल्ली में प्रार्थना सभा में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता और प्रख्यात लोग शामिल होंगे. उन्होंने कहा, ‘‘उनके (वाजपेयी) अस्थि कलश को देश भर की विभिन्न पवित्र नदियों में विसर्जित किया जाएगा और अस्थि कलश को सभी जिला मुख्यालयों और राज्यों की राजधानियों में ले जाया जाएगा. प्रार्थना सभाओं का आयोजन राज्यों की राजधानी, जिला मुख्यालयों और पंचायत स्तर पर किया जाएगा.’’
आज लखनऊ पहुंचेंगी अस्थियांं
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि वाजपेयी की अस्थियां लखनऊ हवाई अड्डे पर रविवार शाम पहुंचेंगी. उत्तर प्रदेश सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां रविवार शाम चार बजे लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंचेंगी. इसे उत्तर प्रदेश भाजपा मुख्यालय ले जाया जाएगा.’’
झारखंड में भी विसर्जन
रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री की अस्थियां राज्य की चार-पांच नदियों में प्रवाहित की जाएंगी. उन्होंने कहा कि वाजपेयी ने झारखंड का निर्माण किया था और इसलिए उनका निधन हमारे लिए अपूरणीय क्षति है. दास ने कहा कि झारखंड की चार-पांच बड़ी नदियों में उनकी अस्थियां प्रवाहित की जाएंगी. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक उन्होंने कहा कि सरकार उनके नाम पर कार्यक्रम शुरू करने और स्मारक बनाने पर भी विचार कर रही है ताकि आगामी पीढ़ियां उनके विचारों और कार्यों के बारे में जान सके.