VIDEO: ट्रेनों में बिल न देने के नाम पर क्या कैटरिंग स्टाफ ने कभी आपको भी दिया है ये ऑफर?
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VIDEO: ट्रेनों में बिल न देने के नाम पर क्या कैटरिंग स्टाफ ने कभी आपको भी दिया है ये ऑफर?

मराठी एक्टर द्वारा अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया ये वीडियो मध्य रेलवे की तेजस ट्रेन का है जिसे बेहद ही लग्जरी और क्लास ए ट्रेन के रूप में शुरू किया गया है.

फाइल फोटो

मुंबईः मध्य रेलवे की तेजस ट्रेन में आईआरसीटीसी (IRCTC) द्वारा दिए जाने वाले फ़ूड सर्विस में स्टाफ द्वारा ही बिल स्कैम का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो मराठी के जाने माने एक्टर पराग कान्हेरे ने खुद बनाया है और आईआरसीटीसी में इसकी ऑन लाइन कंप्लेंट भी की है कि किस तरह से स्टाफ बिल के नाम पर रेलवे को ही चुना लगा रहा है,वहीं आराईसीटीसी इस मामले पर चुप्पी साधे बैठा है.

मराठी एक्टर द्वारा अपने मोबाइल से रिकॉर्ड किया गया ये वीडियो मध्य रेलवे की तेजस ट्रेन का है जिसे बेहद ही लग्जरी और क्लास ए ट्रेन के रूप में शुरू किया गया है. लेकिन ये वीडियो इस बात की तस्दीक करता है कि किस तरह से ट्रेन में मौजूद कैटरिंग स्टाफ ही रेलवे के साथ ठगी कर रहे है. इस वीडियो में 2 कर्मचारी नजर आ रहे है जो कि वेटर हैं. ये वीडियो 16 जनवरी को शूट किया गया है. दरअसल पराग ने 294 रुपये का चिकन का आर्डर दिया था जिसके बाद जब चिकन आया तो पराग ने वेटर को 500 का नोट दिया और बिल देने को कहा. लेकिन स्टाफ इस वीडियो में ये कहता सुनाई दे रहा है, 'अगर वो (पराग) बिल नहीं लेते है तो ये फ़ूड उन्हें 250 रुपये में मिल जाएगा जो डिस्काउंट होगा. '

ट्रेन स्टाफ की ये बात चौकाने वाली थी, पराग ने से सारी बातें अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर ली. इसके साथ ही ट्रेन केटरिंग स्टाफ ये भी कह रहा है कि उनकी मिनिमम 18 हजार सैलरी होनी चाहिए लेकिन नहीं है. मतलब ये की अगर सेलरी कम है तो क्या स्टाफ आईआरसीटीसी को ही चूना लगाएगा. 

इस पूरे मामले में पराग का कहना है कि वह इस घटना के बाद वो बेहद चकित थे उन्होंने इसकी ऑन लाइन शिकायत भी दर्ज की है. पराग ने कहा है कि अगर वेटर इस तरह से करते है तो जाहिर है कि रोजाना हजारों रुपये का घपला किया जाता होगा. क्योंकि कई तो ऐसे है जो बिल मांगते भी नही होंगे, महीने में लाखो लोग ट्रेन से सफर करते है. जाहिर है ये एक दो स्टाफ का काम नहीं हो सकते इसमे और भी स्टाफ के लोग शामिल हो.

आपको बता दें कि रेल मंत्री पियूष गोयल ने 3 जनवरी को महाप्रबंधकों की बैठक में कहा था कि यदि कोई ठेकेदार यात्री को खाने के साथ खाने का बिल नहीं देता है तो यात्री को खाने का पैसा नहीं देना होगा. उसे मुफ्त में खाना मिलेगा. वहीं उन्होंने सभी रेल परियोजनाओं की ऑनलाइन निगरानी करने को भी कहा है.

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