विजय माल्या ने पहली बार 10 अप्रैल 2002 से नौ अप्रैल 2008 तक संसद के उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया था.
Trending Photos
लंदनः राज्यसभा में दो बार कर्नाटक की नुमाइंदगी कर चुके विवादित शराब कारोबारी विजय माल्या ने शुक्रवार को कहा कि कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनावों में वोट डालना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है. हालांकि , उन्होंने अफसोस जताया कि वह भारत की यात्रा नहीं कर सकते , जहां वह धोखाधड़ी और धनशोधन के मामलों में आरोपित हैं. माल्या ने पहली बार 10 अप्रैल 2002 से नौ अप्रैल 2008 तक संसद के उच्च सदन में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व किया था.
अपने प्रत्यर्पण से जुड़े मुकदमे की सुनवाई के सिलसिले में वेस्टमिंस्टर की मजिस्ट्रेट अदालत पहुंचे माल्या ने अदालत के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कहा , ‘‘ कर्नाटक में वोट डालना मेरा लोकतांत्रिक अधिकार है , लेकिन जैसा कि आप जानते हैं कि मैं यहां हूं और यात्रा नहीं कर सकता. ’’
Yes It is my democratic right to vote in Karnataka but conditions of my bail are such that I cannot leave the UK. I haven't been following the politics there so cannot comment on the political developments: Vijay Mallya pic.twitter.com/7IzWYS3mcQ
— ANI (@ANI) April 27, 2018
विजय माल्या को दोबारा एक जुलाई 2010 को राज्यसभा के लिए चुना गया. हालांकि, 30 जून 2016 को अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उन्होंने पांच मई 2016 को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. वह मार्च 2016 से ब्रिटेन में हैं. कर्नाटक चुनाव पर माल्या की राय के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा , ‘‘ मैं राजनीति पर करीबी से नजर नहीं रख पा रहा हूं , लिहाजा ( चुनावों पर ) मेरी कोई राय नहीं है. ’’ आगामी 12 मई को 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.
बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बैंकों के 9000 करोड़ का लोन न चुकाने के मामले में आरोपी विजय माल्या की संपत्तियां जब्त करेगा. ईडी यह कार्रवाई क्रिमिनल प्रोसिजर कोड सेक्शन-83 के तहत होगी. आपको बता दें, इस कोड के जरिए ही देश छोड़कर भागे आरोपियों और भगोड़ा घोषित हो चुके अपराधियों की संपत्ति कुर्क की जाती हैं. गौरतलब है कि 2 मार्च 2016 को विजय माल्या देश छोड़कर लंदन भाग गया था.
विजय माल्या पर कितना कर्ज?
विजय माल्या के स्वामित्व वाली किंगफिशर एयरलाइन्स पर 17 बैंकों का 6963 करोड़ रुपए का कर्ज है. हालांकि, ब्याज मिलाकर यह कर्ज कुल 9400 करोड़ रुपए से ज्यादा है. आरोप है कि विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन्स ने IDBI से मिले 900 करोड़ रुपए के लोन में से 254 करोड़ रुपए का निजी इस्तेमाल किया. आपको बता दें, किंगफिशर एयरलाइन्स को 2012 में बंद कर दिया गया था और 2014 में फ्लाइंग परमिट भी रद्द किया गया था.
किस बैंक का कितना बकाया?
भारतीय स्टेट बैंक: भारतीय स्टेट बैंक एसबीआई ने विजय माल्या एयरलाइंस किंगफिशर को 1600 करोड़ रुपए का लोन दिया था. माल्या को सबसे अधिक कर्ज एसबीआई ने ही दिया था.
पंजाब नेशनल बैंक: पंजाब नेशनल बैंक ने विजय माल्या की एयरलाइंस किंगफिशर को 800 करोड़ रुपए का लोन दिया था.
आईडीबीआई बैंक: आईडीबीआई बैंक ने भी विजय माल्या की एयरलाइंस किंगफिशर को 800 करोड़ रुपए का लोन दिया था.
बैंक ऑफ इंडिया: बैंक ऑफ इंडिया ने भी विजय माल्या की एयरलाइंस किंगफिशर को 650 करोड़ रुपए का लोन दिया था.
बैंक ऑफ बड़ौदा: बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी किंगफिशर एयरलाइंस को 550 करोड़ रुपए का लोन दिया था.
यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया: यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया ने भी किंगफिशर एयरलाइंस को 450 करोड़ रुपए का लोन दिया था.
(इनपुट भाषा)