टॉप-10 न्यूजः पीएम मोदी मिलेंगे ओमान के सुल्तान से, तो कश्मीर में आतंकियों से भिड़ रहे CRPF के जवान
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टॉप-10 न्यूजः पीएम मोदी मिलेंगे ओमान के सुल्तान से, तो कश्मीर में आतंकियों से भिड़ रहे CRPF के जवान

सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले के दो दिन बाद सोमवार तड़के दो आतंकी CRPF की 23वीं बटालियन हेडक्वार्टर के बाहर हमला करने पहुंचे आतंकियों को सेना ने रोका. जेएनयू कैंपस में रविवार देर रात छात्रों से विश्वविद्यालय के वीसी और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन किया.

प्रतीकात्मक फोटो

नई दिल्लीः तीन देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी आज ओमान के सुल्तान से मुलाकात करेंगे. सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले के दो दिन बाद सोमवार तड़के दो आतंकी CRPF की 23वीं बटालियन हेडक्वार्टर के बाहर हमला करने पहुंचे आतंकियों को सेना ने रोका. जेएनयू कैंपस में रविवार देर रात छात्रों से विश्वविद्यालय के वीसी और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए प्रदर्शन किया.

तीन देशों की यात्रा पर आज सुल्तान कबूस से मुलाकात करेंगे मोदी
तीन देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (सोमवार) को ओमान के सुल्तान कबूस बिन साद अल साद से मुलाकात कर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. तीन देशों की यात्रा पर गए प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का यह आखिरी पड़ाव है. कयास लगाए जा रहे हैं कि ओमान के सुल्तान से मुलाकात करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी डिप्टी प्राइम मिनिस्टर ऑफ काउंसिल सैयद फयद बिन महमूद अल सैयद के साथ मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि इससे पहले रविवार को मोदी ओमान के साथ रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग सहित आठ समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं. 

CRPF के हेडक्वार्टर को निशाना बनाने की फिराक में आतंकी
जम्मू कश्मीर में आतंकी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. सुंजवान आर्मी कैंप पर हमले के दो दिन बाद सोमवार तड़के दो आतंकी CRPF की 23वीं बटालियन हेडक्वार्टर के बाहर हमला करने पहुंचे थे, हालांकि समय रहते उन्हें रोक दिया गया. दोनों आतंकियों को पकड़ने के लिए पूरे इलाके में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक आतंकियों के पास कई बैग और भारी मात्रा में हथियार देखे गए हैं. इन आतंकियों की तलाश में पूरे इलाके को घेर लिया गया है.

जेएनयू कैंपस में छात्रों ने वीसी के खिलाफ खोला मोर्चा
राजधानी दिल्ली के जेएनयू कैंपस में बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. कैंपस में छात्रों ने अनिवार्य उपस्थिति (अटेंडेंस) का विरोध अभी थमा ही था कि रविवार देर रात एक बार फिर छात्र संघ ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. रविवार देर रात कैंपस में छात्रों ने ढोल और नगाड़ों के साथ रैली निकाली और वाइस चांसलर के खिलाफ मोर्चा खोला. हालांकि यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह मोर्चा परीक्षाओं के लिए खोला गया या फिर किन्हीं अन्य कारणों से.

नोएडा: निवेशकों का पैसा प्रोजेक्ट में लगाने की जगह किया डायवर्ट
नोएडा में बिल्डरों द्वारा निवेशकों के पैसे प्रोजेक्ट में लगाने की जगह उसे डायवर्ट किए जाने का मामला सामने आया है. ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी का खुलासा सामने आने के बाद संबंधित 11 बिल्डरों को नोटिस जारी करते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है. बताया जा रहा है कि, प्राधिकरण द्वारा चिह्नित की गई एमएनसी कंपनी करी एंड  ब्राउन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के जरिए ये ऑडिट रिपोर्ट तैयार की गई है.

धार्मिक स्थल पर भी होता है महिला के साथ यौन शोषण
पिछले दिनों वर्किंग प्लेस पर यौन उत्पीड़न की शिकायत के लिए सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर #MeToo कैंपेन चलने के बाद एक बार इसी माध्यम से ट्विटर पर एक और जंग छिड़ी है. पिछली बार की तरह इस बार भी मामला महिलाओं पर हो रहे यौन अत्याचारों का ही है, लेकिन इस बार वर्किंग प्लेस नहीं बल्कि धार्मिक स्थल है. दरअसल ट्विटर पर #MosqueMeToo काफी ट्रेंड कर रहा है. 

वीटो पॉवर के साथ मिसाइल अटैक करने में सक्षम है ये देश
उत्‍तर कोरिया लगातार अमेरिकी धरती पर मिसाइल हमले की धमकी देता रहा है. उसका कहना है कि उसने इतनी क्षमता विकसित कर ली है कि वह अमेरिकी सरजमीं तक अपनी मिसाइलों के माध्‍यम से धावा बोल सकता है. हालांकि उसके इस दावे पर रक्षा विश्‍लेषकों को संदेह है. आमतौर पर रक्षा विशेषज्ञ इस मामले में एक राय रखते हैं कि उत्‍तर कोरिया, ईरान जैसे मुल्‍क अभी इस स्‍तर पर नहीं पहुंचे हैं कि वह दुनिया के किसी भी कोने में मिसाइल हमले को सफलतापूर्वक अंजाम दे सकें. इन विशेषज्ञों के मुताबिक संयुक्‍त राष्‍ट्र की पांचों वीटो पॉवर शक्तियां ही अभी इस काम को करने में सक्षम हैं. यानी रूस, अमेरिका, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस ही ऐसे मुल्‍क हैं जो दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम हैं.

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