सीबीआई ने दूसरे आरोपी शशि सिंह को गिरफ्तार कर लिया है जिसने पीड़िता को विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के पास कथित तौर पर पहुंचाया था.
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लखनऊ: उन्नाव गैंगरेप केस के मुख्य आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को लखनऊ की सीबीआई कोर्ट ने 7 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है. सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने इनकार कर दिया. इससे पहले सीबीआई ने शुक्रवार की देर रात करीब 17 घंटे की पूछताछ के बाद विधायक को गिरफ्तार कर लिया था. इससे पहले सीबीआई ने सेंगर की मेडिकल जांच कराई. उधर, सीबीआई ने उन्नाव बलात्कार कांड में दूसरी गिरफ्तारी की. जांच एजेंसी ने शशि सिंह नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया जिस पर घटना के दिन पीड़िता को बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के पास ले जाने का आरोप है.
पीड़िता की मां ने उत्तर प्रदेश पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया है कि महिला लालच देकर उसकी बेटी को विधायक के पास ले गई जहां बीजेपी नेता ने उससे कथित बलात्कार किया. शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जब विधायक उसकी बेटी से बलात्कार कर रहा था उस वक्त शशि सिंह गार्ड बनकर कमरे के बाहर खड़ी थी. पीड़िता की मां की शिकायत अब सीबीआई की प्राथमिकी का हिस्सा है.
सीबीआई ने दर्ज किए तीन मामले
जब से सीबीआई ने केस अपने हाथ में लिया है, तब से अब तक तीन केस दर्ज कर चुकी है. इस मामले में पहली प्राथमिकी कथित बलात्कार के संबंध में है जिसमें सेंगर और एक महिला शशि सिंह आरोपी हैं. दूसरी प्राथमिकी हिंसा से और पीड़िता के पिता की न्यायिक हिरासत में मौत से संबंधित है. हिंसा मामले में चार स्थानीय लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है, चूंकि पुलिस ने हत्या के आरोप बाद में जोड़े हैं इसलिए ये सीबीआई की प्राथमिकी में दर्ज नहीं है. तीसरा मामला पीड़िता के पिता के खिलाफ उन आरोपों से जुड़ा है जिसमें उन्हें शस्त्र कानून के तहत गिरफ्तार करके स्थानीय पुलिस ने जेल में बंद कर दिया था. वहां रहस्यमयी हालत में उनकी मौत हो गई थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर पर चोट के निशान पाए जाने की बात सामने आई है.
We support fair investigation. He has been sent to 7-day CBI custody: BJP MLA Kuldeep Singh Sengar's lawyer, #UnnaoRapeCase pic.twitter.com/HVJ7YZl9lc
— ANI UP (@ANINewsUP) April 14, 2018
पीड़िता का आरोप है कि विधायक ने चार जून 2017 में अपने आवास पर उसके साथ दुष्कर्म किया था जब वह अपने रिश्तेदार के साथ वहां नौकरी मांगने गई थी. पीड़िता के पिता की विधायक के भाई तथा अन्य की कथित तौर पर मारपीट के बाद करीब एक सप्ताह के बाद न्यायिक हिरासत में मौत हो गई थी.
पूरा मामला उस वक्त सुर्खियों में आया जब नाबालिग पीड़िता ने सेंगर के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के समक्ष रविवार को आत्मदाह का प्रयास किया. अपने विधायक पर बलात्कार के आरोप लगने से शर्मिंदगी झेल रही योगी आदित्यनाथ सरकार ने इन मामलों को जांच के लिए केंद्र के पास भेज दिया था.