यूपी में NIA रेड की रडार पर रहे तीन किरदार, PUCL का क्या है नक्सली कनेक्शन
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यूपी में NIA रेड की रडार पर रहे तीन किरदार, PUCL का क्या है नक्सली कनेक्शन

NIA Raid in UP: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी समेत कई जिलों में मंगलवार को एनआईए की छापेमारी हुई. इसमें पीयूसीएल से जुड़े कई नेताओं के घर रेड डाली गई और तमाम दस्तावेज जांच एजेंसी ने जब्त किए. 

NIA raid in UP Seema Azad PUCL

मोहम्मद गुफरान/ प्रयागराज: उत्तर प्रदेश में मंगलवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली समेत आठ जिलों में छापेमारी की. ये कार्रवाई संदिग्ध नक्सली ठिकानों और लोगों के खिलाफ की गई.जांच एजेंसी की इस कार्रवाई के रडार पर पीयूसीएल यानी पब्लिक सिविल लिबर्टीज यूनियन (PUCL) और उससे जुड़े तीन किरदार थे. इनमें नक्सली इलाकों में काम करने वाले संगठन पीयूसीएल की प्रमुख पदाधिकारी सीमा आजाद, रितेश विद्यार्थी और वाराणसी की कुमारी आकांक्षा प्रमुख हैं. देर शाम छापेमारी के बाद इन सभी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया है.

सीमा आजाद पीयूसीएल की प्रमुख नेता
पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (पीयूसीएल)  उत्तर प्रदेश इकाई की प्रमुख पदाधिकारी हैं. सीमा आजाद को इलाहाबाद की कोर्ट ने एक मामले में आजीवन कारावास की सजा भी सुनाई थी.इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट सीमा आज़ाद और उनके पति विश्वविजय कमल को प्रतिबंधित भाकपा माओवादी के सदस्य होने और गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 6 फरवरी 2010 को इलाहाबाद में गिरफ्तार किया गया था. 8 जून 2012 को आजाद को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा दी गई. सीमा आजाद के पति विश्व विजय छात्र संगठन दिशा के सदस्य हैं.

बीएचयू से जुड़ीं कुमारी आकांक्षा
वाराणसी की कुमारी आकांक्षा को एनआईए ने नोटिस जारी किया है. 12 सितंबर को एनआईए के दफ्तर में पेश होना है. बीएचयू की छात्रा आकांक्षा के फ्लैट पर महामनापुरी कॉलोनी में छापेमारी की गई. वो भगत सिंह मोर्चा से जुड़ी है.

नक्सल प्रभावित इलाकों में काम कर रहीं आजाद
आजाद काफी समय से नक्सल प्रभावित इलाकों में कार्य कर रही हैं. प्रयागराज के शंकरगढ़ समेत अन्य आदिवासी क्षेत्रों में भी सीमा आजाद का दखल है. पीयूसीएल संस्था से प्रयागराज के रितेश विद्यार्थी और सोनी आजाद भी जुड़े हैं. सोनी आजाद और रितेश विद्यार्थी को हिरासत में लेकर एनआईए की टीम गोपनीय जगह रखकर पूछताछ कर रही है. 

रितेश विद्यार्थी भी एक्टिविस्ट
रितेश विद्यार्थी के फेसबुक प्रोफाइल के मुताबिक, वो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में एक्टिविस्ट रहा है. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से उन्होंने पॉलिटिकल साइंस की पढ़ाई की है. वो चंदौली से ताल्लुक रखते हैं. 

मंगलवार की की रेड की बात करें तो नक्सली फंडिंग की आशंका को लेकर प्रयागराज में एनआईए की टीम ने चार जगह पर छापेमारी की.इसमें पीयूसीएल की अध्यक्ष सीमा आजाद के घर पर करीब 12 घंटे से ज्यादा समय तक एनआईए की टीम ने छापेमारी की कार्रवाई करने के बाद वापस लखनऊ लौट गई. एनआईए की टीम ने सीमा आजाद के घर से नक्सली और कम्युनिस्ट साहित्य से जुड़ी किताबें, बटला हाउस एनकाउंटर से जुड़े दस्तावेज के अलावा सीएए/एनआरसी आंदोलन से जुड़े कई दस्तावेज को भी अपने साथ लेकर गई है.

करीब 12 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के दौरान एनआईए की टीम ने सीमा आजाद के घर से सत्ता विरोधी कई मैगजीन को भी अपने साथ ले गई. सीमा आजाद के लैपटॉप और मोबाइल फोन को भी एनआईए की टीम अपने साथ सील करके ले गई. एनआईए की टीम ने सीमा आजाद के साथ ही उसके पति विश्व विजय के बैंक खातों की फ़ोटो कॉपी भी लेकर गई. दोनों को एनआईए की टीम ने एक नोटिस भी दी है, जिसमें दोनों को 14 सितंबर को लखनऊ के एनआईए दफ्तर में पेश होकर अपना बयान दर्ज करना होगा.

राजनीतिक साजिश है ये-सीमा आजाद
एनआईए की 12 घंटे की छापेमारी खत्म होने के बाद जी मीडिया से बातचीत में सीमा आजाद ने पूरी कार्रवाई को राजनीतिक बता दिया। उन्होंने कहा कि जो सर्च ऑपरेशन उनके घर पर चलाया गया वह प्रायोजित है, सरकार के इशारे पर यहां छापेमारी की कार्रवाई की गई है। इसके खिलाफ वह कानूनी लड़ाई भी आगे लड़ने के लिए तैयार हैं.

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