बिजनौर में RLD के चंदन चौहान क्या संभालेंगे पिता की विरासत, सपा के OBC और बसपा के जाट कार्ड से बिगड़ा खेल
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बिजनौर में RLD के चंदन चौहान क्या संभालेंगे पिता की विरासत, सपा के OBC और बसपा के जाट कार्ड से बिगड़ा खेल

Bijnor Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में जिन सीटों पर वोटिंग होनी है, उनमें बिजनौर भी शामिल है. सपा, बसपा और रालोद ने प्रत्याशियों को मैदान में उतार दिया है. जिसके चलते त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है. 

बिजनौर में RLD के चंदन चौहान क्या संभालेंगे पिता की विरासत, सपा के OBC और बसपा के जाट कार्ड से बिगड़ा खेल

Bijnor Lok Sabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए खेमे में शामिल होने वाली रालोद यूपी की दो सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं. जिसमें आरएलडी की परंपरागत बागपत सीट के अलावा बिजनौर शामिल है. पार्टी ने यहां से चंदन चौहान को टिकट दिया है जबकि समाजवादी पार्टी ने यहां से दीपक सैनी पर दांव खेला है. बसपा से बिजेंद्र सिंह मैदान में हैं. 

बिजनौर लोकसभा सीट की बात की जाए तो यहां से बसपा प्रमुख मायावती पहली बार यहीं से जीतकर लोकसभा पहुंची थीं. इसके अलावा कांग्रेस की मीरा कुमार जैसे कई दिग्गज नेता यहां से जीत चुके हैं. जबकि राम विलास पासवान और जयाप्रदा को हार का सामना करना पड़ा था. इस बार बिजनौर की सियासी जंग में त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है.

एनडीए से चंदन सिंह मैदान में
एनडीए गठबंधन से रालोद नेता चंदन सिंह चौहान यहां से चुनावी मैदान में हैं. चंदन चौहान अभी मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट से आरएलडी से विधायक हैं. रालोद की युवा इकाई की कमान उन्ही के हाथों में है. उनके पिता संजय चौहान 2009 में बिजनौर से सांसद रह चुके हैं. पिता के बाद अब बेटा बिजनौर के सियासी मैदान में है.

सपा ने दीपक सैनी को दिया टिकट 
बिजनौर सीट पर सपा प्रत्याशी को लेकर ऊहापोह की स्थिति देखने को मिली. सपा ने पहले यहां से पूर्व सांसद यशवीर सिंह को उम्मीदवार बनाया था लेकिन आखिरी समय में पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. पार्टी ने यहां से दीपक सैनी पर दांव लगाया है. उनके पिता रामअवतार सैनी नगीना की नूरपुर सीट से सपा के सिंबल पर विधायक हैं. 

पूर्व लोकदल नेता पर बसपा का दांव
बसपा ने बिजनौर सीट पर जाट कार्ड खेलते हुए चौधरी विजेंद्र सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है. वह लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव रह चुके हैं. वह पहली बार चुनावी मैदान में हैं. 2019 में यहां से बसपा के मलूक नागर  ने जीत दर्ज की थी. 

बिजनौर सीट के सियासी समीकरण 
बिजनौर सीट 2019 में सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ी बसपा के खाते में गई थी. तब यहां से मलूक नागर जीते थे. जबकि बीजेपी के कुंवर भारतेंद्र सिंह दूसरे नंबर पर रहे थे. इस बार यह सीट गठबंधन कोटे के तहत रालोद के पास है. सीट के पिछले आंकड़े देखें तो यहां सबसे ज्यादा 5 बार कांग्रेस, चार बार बीजेपी ने परचम लहराया. इसके अलावा सपा और रालोद दो बार जीती. वहीं बसपा प्रत्याशी ने एक बार जीत दर्ज की. 

बिजनौर में कब होगा मतदान
बिजनौर समेत 8 सीटों (सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत) पर 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता किस प्रत्याशी को चुनकर लोकसभा पहुंचाती है. 

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