जब कोई आतंकवादी भारतीय सेना के जवानों को चुनौती देता है तो उसका एक ही नतीजा होता है...और वो है मौत. एक ऐसी ही चुनौती, हिज़बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी Sameer Tiger ने, भारतीय सेना के मेजर रोहित शुक्ला को दी थी.
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आपने फिल्मों में अक्सर देखा होगा कि खलनायक एक चुनौती देता है और नायक उस चुनौती को तहस नहस करके खलनायक को उसके अंजाम तक पहुंचा देता है. जम्मू-कश्मीर में एक ऐसा ही फिल्मी एनकाउंटर हुआ है. लेकिन इस एनकाउंटर में कुछ भी नकली नहीं था. इस एनकाउंटर में आतंकवादी असली थे, सेना के जवान असली थे और गोलियां भी असली थीं. जब कोई आतंकवादी भारतीय सेना के जवानों को चुनौती देता है तो उसका एक ही नतीजा होता है...और वो है मौत. एक ऐसी ही चुनौती, हिज़बुल मुजाहिद्दीन के आतंकवादी Sameer Tiger ने, भारतीय सेना के मेजर रोहित शुक्ला को दी थी.
लेकिन इस आतंकवादी को इस बात का अंदाज़ा नहीं था, कि उसकी धमकी के 24 घंटे के अंदर ही, मेजर रोहित शुक्ला और भारत के सुरक्षाबल उसे उसके अंजाम तक पहुंचा देंगे. आज हमारे पास इस आतंकवादी के Encounter की तस्वीरें आ गई हैं. सबसे पहले आप इस आतंकवादी की धमकी और उसके Encounter का ये Video देखिए, फिर हम आपको इस ऑपरेशन से जुड़ी कुछ बातें बताएंगे.
ये Encounter आज से तीन दिन पहले यानी सोमवार को हुआ था. 30 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सेना, CRPF और राज्य की पुलिस का Joint Cordon And Search Operation चल रहा था. 44 Rashtriya Riffles के मेजर रोहित शुक्ला, काफी समय से समीर टाईगर नामक आतंकवादी की गतिविधियों को ट्रैक कर रहे थे. आखिरकार सुरक्षाबलों ने इस आतंकी को घेर लिया. पुलवामा के द्रुबगाम में 2 आतंकियों के छिपे होने की ख़बर थी. जिनमें से एक समीर टाईगर था.
ये Encounter लगभग चार घंटों तक चला. आतंकवादियों की तरफ से हुई फायरिंग में मेजर रोहित शुक्ला सहित उनके कुछ साथी घायल भी हुए. लेकिन उन्होंने अपने मिशन को पूरा करके ही दम लिया. इस एनकाउंटर से भारत की सेना और सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को साफ शब्दों में संदेश दिया है, कि वो आतंकवादियों की चुनौतियों को ठिकाने लगाना अच्छी तरह जानती है. वैसे भी नाम में Tiger लगा लेने से कोई हीरो नहीं बन जाता. बहादुरी और देशभक्ति से ही नायक बनने का मार्ग खुलता है. इस एनकाउंटर के लिए हम मेजर रोहित शुक्ला और उनके साथियों को शुभकामनाएं देते हैं.