येदियुरप्पा के इस्तीफा देते ही कांग्रेस और जेडीएस के खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की विजय बताया है.
Trending Photos
बेंगलुरु : कर्नाटक विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान जैसे ही येदियुरप्पा ने अपना इस्तीफा देने का ऐलान किया, कांग्रेस और जेडीएस खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई. कांग्रेसियों ने जश्न मनाकर इस फैसले को लोकतंत्र की जीत बताया. फ्लोर टेस्ट के दौरान येदियुरप्पा बहुमत के लिए 7 विधायक नहीं जुटा पाए और भावुक होते हुए इस्तीफा देने की घोषणा की. सदन से निकलकर येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. येदियुरप्पा के इस्तीफा देते ही कांग्रेस और जेडीएस के खेमे में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की विजय बताया है.
कांग्रेस के विधायक डीके शिवकुमार ने कहा कि बीजेपी ने लोकतंत्र को कुचलने का काम किया, लेकिन न्यायपालिका ने फिर से लोकतंत्र को बचाने का काम किया है. उन्होंने कहा कि आखिरकार उन्हें इंसाफ मिल ही गया. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमारे विधायक किसी के भी बहकावे नहीं आए.
कांग्रेस के इन 5 महारथियों ने 55 घंटे में पलट दी कर्नाटक की सियासत
गुलाम नबी आजाद ने न्यायपालिका को धन्यवाद देते हुए कहा कि राज्यपाल ने तो बीजेपी को बहुमत साबित करने के लिए 15 दिन का समय दिया था, ताकि विधायकों की खरीद-फरोख्त हो सके. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल के फैसले के रद्द करते हुए एक निश्चित समय में बहुमत साबित करने का फैसला दिया. उन्होंने कहा कि आज सदन में जो कुछ भी हुआ वह लोकतंत्र की जीत है, वह हमारे संविधान की जीत है.
Congress workers celebrate in #Dehradun after BJP's BS Yeddyurappa stepped down as Chief Minister of #Karnataka. pic.twitter.com/wAeCX5ZeHo
— ANI (@ANI) 19 मई 2018
नई सरकार के गठन पर उन्होंने कहा कि वह राज्यपाल के आमंत्रण का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही राज्यपाल उन्हें बुलाएंगे, कांग्रेस और जेडीएस के नेता उनसे मुलाकात करेंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास सरकार के गठन का पूरा बहुमत है और यह बात वह शुरू से ही कहते आ रहे हैं. आजाद ने कहा कि कांग्रेस जेडीएस को बिना शर्त समर्थन दे रही है.