GK: कामकाजी लोगों के लिए समर फैटीग से निपटना है मुश्किल, अल्कोहल का सेवन ज्यादा करता है प्रभावित
Advertisement
trendingNow11743802

GK: कामकाजी लोगों के लिए समर फैटीग से निपटना है मुश्किल, अल्कोहल का सेवन ज्यादा करता है प्रभावित

Summer Fatigue: बढ़ा हुआ तापमान हमारे शरीर में तेजी से एनर्जी लेवल को कम करता है. इसलिए गर्मी के मौसम में हम सबसे ज्यादा और जल्दी थकान महसूस करते हैं. समर फैटीग और कई वजहों से हो सकता है. 

GK: कामकाजी लोगों के लिए समर फैटीग से निपटना है मुश्किल, अल्कोहल का सेवन ज्यादा करता है प्रभावित

Summer Fatigue: गर्मियों के मौसम में हम ज्यादा देर तक तक काम नहीं कर पाते हैं,  थोड़ी देर में ही पसीने छूट जाते हैं. आपने अपने घर के बड़ों से यह अक्सर सुना ही होगा कि ऐसा शरीर में पानी की कमी के कारण होता है, लेकिन इस थकान की केवल यही एक वजह नहीं है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि चिलचिलाती धूप में ज्यादा समय तक रहने से बॉडी के लिए इसे सहना मुश्किल हो जाता है और हम समर फैटीग महसूस करते हैं. आइए जानते हैं गर्मियों में होने वाली थकान के कारण और इससे निपटने के तरीके...

नींद वाले हार्मोन हो जाते हैं प्रभावित
समर फैटीग होने की सबसे पहली वजह ज्यादा देर तक धूप में समय बिताना है. इससे शरीर में नींद लेने और उठने ने लिए जिम्मेदार हार्मोन मेलाटोनिन पर बहुत असर पड़ता है और सही से नींद न होने या बहुत ज्यादा नींद होने के कारण बहुत थकान होती है. काम के चलते लंबे समय तक या ज्यादातर धूप में रहने वाले लोगों के साथ ऐसा ज्यादा होता है. 

डिहाइड्रेशन न होने दें
समर फैटीग की दूसरी वजह है हमारी बॉडी में पानी की कमी हो जाना. शरीर में डिहाइड्रेशन होने पर धूप तेजी से प्रभावित करने लगती है, तभी तो गर्मियों के दिन में बार-बार और ज्यादा लिक्विड पदार्थ लेने की सलाह दी जाती है. इससे बढ़े तापमान के कारण निकलने वाले पसीने से होने वाली पानी की कमी को दूर किया जा सकता है.

खानेपीने पर दें विशेष ध्यान
गर्मी में होने वाली थकान से बचने ने लिए खान-पान पर भी ध्यान देना जरूरी है. इस मौसम में कार्बोहाइडेड वाले फूड लेने से परहेज करना चाहिए. इससे पेट की पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है. अपनी डाइट में सलाद, रसीले फल और सब्जियां शामिल करें.

अल्कोहल का सेवन न करें
गर्मी के मौसम में नशीलें तरल पदार्शों के सेवन से बचना चाहिए. अल्कोहल लेने से शरीर में पानी की कमी बढ़ जाती है और शरीर के तापमान को कंट्रोल करना मुश्किल होता है. 

Trending news